आगरा। विश्व बाल दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन की ओर से देवरी रोड स्थित शांति नगर में मुस्कान शिक्षा केन्द्र पर निःशुल्क चिकित्सा जांच शिविर व विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा और चाइल्ड लाइन की कोऑर्डिनेटर रितु वर्मा मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रही। कार्यक्रम के दौरान कोरोना की गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया गया। आयोजकों की ओर से कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले छात्रों और उनके अभिभावकों को मास्क व सैनिटाइजर वितरित किए गए साथ ही सभी को सैनिटाइज करने के बाद ही तय दूरी के हिसाब से बैठाया गया। इस कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले बच्चों व उनके अभिभावकों का कोरोना की गाइडलाइन का पालन करते हुए निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया गया साथ ही उन्हें दवाइयां भी वितरित की गई।
इस अवसर पर शिक्षा, स्वास्थ व सुरक्षा के अधिकारों को लेकर एक विचार गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। विचार गोष्ठी में मजदूरों को उनके बच्चों की शिक्षा उनकी सामाजिक सुरक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए दिए गए अधिकारों से रूबरू कराया। मुख्य अतिथियों ने कहा कि हमें लड़का और लड़की में किसी भी तरह का भेदभाव नहीं करना चाहिए। आज लड़की भी लड़कों से पीछे नहीं है। लड़की हर क्षेत्र में अपने परिवार का नाम रोशन कर रही है। हमें अपने बच्चों चाहे वो लड़का हो या लड़की सभी को शिक्षित बनाना होगा जिससे हर बच्चा शिक्षित बन सके और शिक्षित भारत की नींव रखी जा सके।
उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा का कहना था कि लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर मजदूरों के बाद बच्चों की शिक्षा पर पड़ा है। बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे और शिक्षा ग्रहण करने के लिए तमाम समस्याएं उनके सामने आ रही हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत है मजदूर वर्ग के बच्चों के लिए है जिनके पास ऑनलाइन पढ़ाई के लिए एंड्राइड मोबाइल फोन नहीं है तो वहीं लॉकडाउन के कारण आर्थिक तंगी होने से वह स्कूल की फीस भी जमा नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए हमारी जिम्मेदारी है कि हमें हर स्थिति में अपने बच्चों को पढ़ाना है शिक्षित बनाना है और इसके लिए सामाजिक संस्थाओं को भी मजदूरों के बच्चों की शिक्षा संबंधित मदद के लिए आगे आना होगा।
चाइल्ड लाइन की कोऑर्डिनेटर रितु वर्मा ने संविधान में दिए हुए बाल अधिकारों से सभी को रूबरू कराया, साथ ही छोटे बच्चों को गुड टच और बैड टच की भी जानकारी दी। क्योंकि इस समय छोटे बच्चों पर असामाजिक तत्वों की बुरी नजर है और आए दिन बच्चे इनका शिकार बन रहे हैं। रितु वर्मा ने बच्चे और उनके अभिभावकों से अपील की कि अगर किसी भी युवक द्वारा उन्हें टच करने पर कुछ गलत महसूस होता है तो उसकी तुरंत शिकायत करे।
संजय शर्मा ने बताया कि इस समय मजदूरों के बच्चों की संख्या मुस्कान शिक्षा केंद्र में बढ़ रही है और संगठन भी इन सभी बच्चों को बेहतर शिक्षा देने और अन्य बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास कर रहा है जिससे कोई भी बच्चा आर्थिक तंगी के अभाव में शिक्षा से वंचित न रह सके।
इस दौरान डॉ प्रियंवदा, कीर्ति वर्मा, पिंकी जैन, हेमलता गोला शाकिर, चरण सिंह राजपूत, राहुल शर्मा, कर्दम, पूजा और सुरेश मुख्य रूप से मौजूद रहे।