आगरा। मलपुरा नहर में पानी ना आने की समस्या को लेकर आगरा जिले के कई गांव के किसानों ने प्रतापपुरा स्थित सिंचाई विभाग कार्यालय पर जमकर हंगामा काटा। प्रदर्शन कर रहे किसानों का नेतृत्व रालोद नेता मालती चौधरी और किसान नेता श्याम सिंह चौहार ने किया। सिंचाई विभाग कार्यालय पर जमकर प्रदर्शन करने के साथ ही आक्रोशित किसान धरने पर बैठ गए। किसानों के प्रदर्शन की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी व सिंचाई विभाग के उच्च अधिकारी मौके पर पहुंच गए। प्रशासन की ओर से लिखित आश्वासन के बाद ही किसानों ने अपना धरना समाप्त किया और चेतावनी दी कि अगर नहर में पानी नहीं पहुंचा तो सिंचाई विभाग का घेराव किया जाएगा।
मामला गुरुवार दोपहर का है। मलपुरा नहर में पानी ना आने से बाद, मलपुरा, भंडाई सहित 20 गांव के किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। नहर में पानी न होने से खेती की सही से सिंचाई नहीं हो पा रही जिससे किसान काफी परेशान है। अधिकारियों की ओर से इस समस्या पर कोई ध्यान न दिए जाने से आक्रोशित किसानों ने सिंचाई विभाग का घेराव किया। किसानों ने सिंचाई विभाग पर जमकर हंगामा काटा और प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गए। किसानों का आरोप था कि सिंचाई विभाग नहर में पानी नहीं छोड़ रहा है जिससे नहर सूखी पड़ी हुई है।
किसानों के प्रदर्शन की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। किसान नेताओं ने अधिकारियों के सामने अपनी समस्याएं रखी और उनके समाधान की मांग की।
रालोद की जिला अध्यक्ष मालती चौधरी ने कहा कि रोस्टर के अनुसार 2 फरवरी को मथुरा से पानी छोड़ा गया है लेकिन पांच दिनों में पानी नहर में नही आया तो ऐसे में पानी कहाँ गया है। किसान नेताओं ने साफ कहा कि नहर में 3 से 4 फुट पानी होना चाहिए जिससे किसानों को खेती के लिए पानी मिल सके। प्रशासनिक अधिकारियों ने नहर में पानी छोड़े जाने के साथ-साथ अन्य समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया तब जाकर किसानों ने अपना धरना समाप्त किया।
रालोद जिला अध्यक्ष मालती चौधरी ने कहा कि आवारा पशुओं से किसान पहले से ही परेशान है और अब सिचाई विभाग नहर में पानी ना देकर उनकी मुश्किलें और बढ़ा रहा है। नहर में पानी ना होने के कारण किसानों की फसलें भी सूखने लगी हैं लेकिन अधिकारी किसानों की कोई सुनवाई करने को तैयार नहीं है।
वहीं किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने साफ कहा कि अगर किसानों की समस्या पर प्रशासन गंभीर नहीं दिखा तो इसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे।