आगरा। बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से सर्व शिक्षा अभियान चलाया जा रहा है। पिछले दिनों देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो बच्चों को खूब पढ़ो खूब बढ़ो का नारा अभी दिया था लेकिन सरकार की इन योजनाओं को कितने सही तरीके से आगरा का शिक्षा विभाग सही तरीके से अमली जामा पहना रहा है इसकी पोल एससी आयोग के अध्यक्ष रामशंकर कठेरिया के निरीक्षण में खुल गयी।
जगदीशपुरा के हनुमान नगर के विद्यालय में में दो-चार ही छात्र थे जो शिक्षा ग्रहण कर रहे थे वही विद्यालय की बिल्डिंग पर अवैध कब्जे को देखकर एससी आयोग के अध्यक्ष डॉ. कठेरिया बच्चों के साथ ही धरने पर बैठ गए। जैसे ही यह सूचना मीडिया ग्रुप पर चली तो अधिकारियों के पसीने छूट गए और आगरा प्रशासन के साथ साथ शिक्षा और श्रम विभाग के अधिकारियों ने जगदीशपुरा दौड़ लगा दी।
इसके बाद एस सी आयोग के अध्यक्ष दूसरे सरकारी विद्यालय पहुँचे जहाँ का नजारा देखकर सभी दंग रह गए। लगभग 100 गज की जमीन पर खुले में प्राथमिक विद्यालय और जूनियर विद्यालय चल रहा था तो दूसरी और आवासीय मकान के साथ केमिकल के ड्रमों की सफाई का कारखाना चल रहा था। जिसे देखकर एस सी आयोग के अध्यक्ष ने शिक्षा विभाग के साथ प्रशासनिक व पुलिस को जमकर लताड़ लगाई। यह प्रथमिक विद्यालय कम कबाड़ खाना अधिक लग रहा था और कहा आपकी अनदेखी के चलते देश का भविष्य जान हथेली पर लेकर पढ़ाई कर रहा है। इस स्कूल की कोई बिल्डिंग नहीं है वहीं जिस पर सरकार इस समय सबसे अधिक जोर दे रही है वो शौचालय भी कहीं नजर नहीं आया।
एससी आयोग के अध्यक्ष ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से पूछा कि उन्होंने यहाँ का दौरा किया है कभी? तो सबकी बोलती बंद हो गयी। इतना ही नहीं इस स्कूल की बिल्डिंग और रख रखाव के लिए आने वाला सरकारी धन का भी गोलमाल होने की बात एससी आयोग के अध्यक्ष ने की। स्कूल की इस दयनीय स्थिथि को लेकर एस सी आयोग के अध्यक्ष रामशंकर कठेरिया ने कमिश्नर से इस सम्बन्ध में वार्ता कर केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार को रिपोर्ट भेजने की बात कही।
उनका कहना था कि शिक्षा विभाग के अधिकारी दोषी है जिनके खिलाफ कार्यवाही होगी। इस निरिक्षण के दौरान एससी आयोग के अध्यक्ष ने प्रशासन की 15 दिन के अंदर सारी अव्यवस्थाओं को दूर करने के निर्देश दिए और ऐसा न होने पर धरने पर बैठने की घोषणा की। फ़िलहाल एस सी आयोग के अध्यक्ष के इन तेवरों को देखकर प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं और सभी अव्यवस्थाओं को दूर करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।