आगरा। एत्मादपुर तहसील में पांच साल से खाली पड़ी भूमि को वापिस लेने के लिए बड़ी संख्या में किसानों ने प्रदर्शन किया। किसानों ने जेपी टाउनशिप रद्द करो, खसरा खतौनी किसानों के नाम दर्ज करो, किसानों पर लगे मुकदमे वापस करो आदि नारे लगाते हुए किसान कार्यालय छलेसर से हेमकुमार व हेत सिंह बघेल के नेतृत्व में टैक्टर और मोटरसाइकिल से तहसील परिसर में प्रवेश किया। परिसर के गेट पर जाकर किसानों ने एक सभा की जिसकी अध्यक्षता राकेश सिकरवार प्रधान और दलबीर सिंह पूर्व प्रधान ने संयुक्त रूप से की। सभा का संचालन एडवोकेट नरेंद्र शर्मा ने किया।
किसान सर्वेश सिकरवार ने कहा कि हम खेत न जोतें तो आखिर क्या करें। हम खेती के अलावा कुछ करना नहीं जानते। किसानों की सरकार देश और प्रदेश में होते हुए भी पुलिस हमें खेत जोतने से रोक रही है और हमें जेपी से फर्जी मुकदमा लिखवाकर फंसाने की धमकी दे रही है। हम आज अपना रोना उप जिलाधिकारी एत्मादपुर से रोंने आए हैं।
किसान कुशलपाल नादऊ ने कहा कि धरना प्रदर्शन आंदोलन हमारा शौक नहीं है। हम मजबूरीवश बाध्य हुए हैं। 2019 के चुनाव पर आगरा के किसान आंदोलन पर सबकी नजर है।
सभा के बाद मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा गया। मांग पत्र पढ़ने के बाद वहीं उप जिलाधिकारी ने कहा कि बातचीत से ही समस्या का हल निकलता है। इसलिए वे आज ही उच्च अधिकारियों से बातचीत कर हल निकालने की कोशिश करेंगे। उपजिलाधिकारी ने किसानों को विश्वास दिलाया कि उन्हें रोकने के लिए पुलिस खेत में नहीं जाएगी।
ज्ञापन में मनोज शर्मा, दीवान सिंह, धर्मवीर सिंह, रघुवीरसिंह, भोला सिंह, प्रणवीर सिंह, हरवीर सिंह, माधव भैया, शैलेंद्र यादव, शिशुपाल, नंदकिशोर, घनश्याम, चोखेलाल, शिव सिंह, अरविंद, श्रीकृष्ण, रामजी लाल, धर्मेंद्र, नारायण सिंह, गुरदयाल, बंशीलाल, छेदीलाल, बच्चू सिंह, रामनारायण, छविराम, यशपाल, संजू, देवेंद्र बघेल आदि उपस्थित रहे।
एत्मादपुर से पवन शर्मा की रिपोर्ट