आगरा। ऐतिहासिक धरोहरों को सहजने और उन्हें संरक्षित रखने के साथ साथ छात्र छात्राओं को इनके महत्व से रूबरू कराने के उद्देश्य को लेकर शहर में विश्व धरोहर सप्ताह की शुरुआत हो गई है। विश्व धरोहर सप्ताह का शुभारंभ अकबर टॉम्ब में भव्य छायाचित्र प्रदर्शनी और ड्राइंग कंपटीशन आयोजन के साथ किया गया। इस कार्यक्रम मंडलायुक्त अनिल कुमार मुख्य अथिति के रूप में पहुँचे जिन्होंने फीता काटकर इस प्रदर्शनी की शुरुआत की।
ऐसी तमाम धरोहर हैं जो सदियों से पृथ्वी पर मौजूद हैं। इन धरोहरों में प्राकर्तिक धरोहर के साथ साथ ऐतिहासिक स्मारक भी शामिल है जो आज भी अपने इतिहास को बयां करती हैं। इन स्थानों और ऐतिहासिक स्मारकों को देखने के लिए दूर दूर से लोग आते है। देश अपनी इस धरोहर को सहज कर रख सके और उस देश के अलावा अन्य देश के लोग उस धरोहर से रूबरू हो सके इसकी जिम्मेदारी यूनेस्को यानी यूनाइटेड नेशनस एजुकेशनल, साइंटिफिक एंड कल्चरल आर्गेनाईजेशन बाखूभी निभा रहा है। यह संगठन विश्व को एकजुट करके इतिहास की इन निशानियों को सँभालने की ज़िम्मेदारी निभा रहा है।
विश्व धरोहर सप्ताह के दौरान सिकंदरा अकबर टॉम्ब में लगाई गयी प्रदर्शनी में पहुँचे मंडलायुक्त ने बताया कि ऐतिहासिक धरोहरों का ऐतिहासिक महत्व और इनको संरक्षित रखना हम सब का सामाजिक दायित्व हैं। इस दायित्व को हमें ईमानदारी से निभाना चाहिए। आज इस प्रदर्शनी के माध्यम से बच्चों ने ऐतिहासिक धरोहरों को सहजने का संदेश दिया है।
इस मौके पर अधीक्षण पुरातत्वविद बसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि 19 से 25 नवंबर इस पूरे सप्ताह एतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक साइट्स के प्रति सभी स्मारकों पर जन जागरूक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।