Agra. ताजमहल के साथ-साथ ऐतिहासिक स्मारकों पर लपकों की समस्या से प्रशासन के साथ साथ पुलिस व पर्यटन अधिकारी अनजान नहीं है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होती है। यह कारण बताते हुए राष्ट्रीय हिन्दू परिषद भारत ने पुरानी मंडी चौराहे पर धरना दिया और लपकों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। कार्यवाही न होने पर धरना जारी रखने की बात कही।
राष्ट्रीय हिन्दू परिषद भारत के अध्यक्ष गोविंद पाराशर ने बताया कि पिछले दिनों उनके रिश्तेदार ताजमहल भ्रमण करने के लिए आये थे। उस दौरान लपकों ने उनसे अभद्रता की और खींचतान में बैग की तनी भी टूट गयी थी। तब उन्होंने सारी घटना से मुझे अवगत कराया था। लगा कि जब हमारे रिश्तेदारों के साथ ऐसा हो रहा है तो विदेशी पर्यटकों के साथ कैसा व्यवहार होता होगा। इसलिए आज लपकों के आतंक के खिलाफ धरना शुरू किया गया है।
ड्रेस कोड और लाइसेंस की मांग
राष्ट्रीय हिंदू परिषद भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोविंद पाराशर ने एएसआई पर्यटन और जिला प्रशासन से मांग की है कि जो लोग गाइड का काम करते हैं और वैध हैं, उनके लिए ड्रेसकोर्ड होना चाहिए जिससे लाइसेंस धारी गाइड और लपकों में फर्क किया जा सके।
धरने पर उठने लगे सवाल
वहीँ दूसरी ओर राष्ट्रीय हिंदू परिषद भारत की ओर से लपकों के खिलाफ दिए गए धरने पर सवाल उठ रहें हैं। लोग खुलकर बोलने को तैयार नहीं है लेकिन बिना नाम बताएं जाने की शर्त पर एक व्यक्ति ने बताया कि यह सब लपकों से अवैध वसूली के लिए हो रहा है। उन्होंने कहा कि बुधवार को भी गोविंद पाराशर ने कुछ लपकों को थाने में बंद कराया था। उससे पहले ताजमहल पर अवैध रूप से कार्य करने वाले जिन्हें लपके कहते हैं उन लोगों को इस संगठन की ओर से सूचना आई थी कि अवैध रूप से काम करने वाला हर लपका 5000 रुपये महीने देगा तो काम कर पायेगा नहीं तो लपका गिरी खत्म होगी।