आगरा। ‘विश्व जनसंख्या दिवस’ के अवसर पर आज एनसीसी आर्मी विंग आगरा कॉलेज, आगरा के कैडेट्स ने गूगल मीट के माध्यम से एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया, जिसमें सभी कैडेट्स ने “बढ़ती जनसंख्या राष्ट्र के विकास में बाधक” विषय पर चर्चा की।
गोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए डॉ बी आर आंबेडकर विश्वविद्यालय के पर्यटन एवं होटल प्रबंधन संस्थान के निदेशक प्रो. लवकुश मिश्रा ने कहा कि विगत वर्षों में जनसंख्या नियंत्रण के प्रयास नाकाफी रहे, यही कारण है कि भारत में जनसंख्या सुरसा के मुंह की तरह बढ़ रही है। भारत में प्रति 20 दिन में 10 लाख लोग नए जुड़ जाते हैं। हम क्षेत्रफल की दृष्टि से सातवें स्थान पर और जनसंख्या की दृष्टि से विश्व में दूसरे स्थान पर हैं। उन्होंने कहा कि जनसंख्या इसी प्रकार बढ़ती रही तो सारे संसाधन कम पड़ जाएंगे, बेरोजगारी बढ़ेगी, पेट भरने के लिए लोग अपराध करेंगे। समस्त व्यवस्थाएं छिन्न-भिन्न हो जाएंगी। जनसंख्या नियंत्रण आज की आवश्यकता है। समय रहते हुए हम जागृत हो गए तो आने वाले विनाश से देश को और मानवता को बचा सकते हैं।
मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए आगरा कॉलेज के प्राचार्य डॉ विनोद कुमार माहेश्वरी ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या किसी भी राष्ट्र के विकास की बहुत बड़ी अवरोधक होती है। लोगों को देशहित सर्वोपरि रखते हुए अपने नागरिक दायित्वों का निर्वहन करना चाहिए और इस बढ़ते हुए जनसंख्या प्रवाह पर लगाम कसनी चाहिए।
कंपनी कमांडर लेफ्टिनेंट अमित अग्रवाल ने विचार गोष्ठी में बोलते हुए कहा क़ि राष्ट्र निर्माण के लिए जनसंख्या विस्फोट को अविलंब रोकना होगा। एनसीसी कैडेट्स लोगों को जागृत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इस अवसर पर बोलते हुए पूर्व कैडेट पंकज कमतारिया ने कहा कि जनसंख्या वृद्धि का बहुत बड़ा कारण जन्म दर अधिक होना तथा मृत्यु दर का कम होना भी है।
अंडर ऑफिसर साक्षी ने जनसंख्या नीति के पुनर्विचार पर जोर दिया। सार्जेन्ट तनिष्का माथुर ने परिवार नियोजन के लिए लोगों को जागृत करने पर बल दिया। कार्पोरल कबीर चटवाल ने लोगों को और अधिक शिक्षित करने की आवश्यकता बताई। कैडेट अंजली कुमारी ने विश्व जनसंख्या दिवस के उद्देश्यों के बारे में बताया। वहीं कैडेट वेदवती ने लड़के की चाह में कई बच्चे पैदा करने वाले लोगों को भी जनसंख्या वृद्धि के लिए जिम्मेदार ठहराया।
यूओ लक्ष्मी बसवराज ने अतिथियों का स्वागत किया। गोष्ठी का संचालन यूओ अनिकेत शर्मा ने तथा धन्यवाद ज्ञापन यूओ शुभम यादव ने किया। एसयूओ यति मंगल, यूओ विश्वजीत सिकरवार, शिवानी परमार, हिमांशु, प्रशांत चौधरी, शिवकुमार, सुहाना खान, अमित कुमार, महिमा चौधरी, रागिनी, दिव्या सिंह, शिवम सिंह, प्रेम प्रताप, संतोष ओली, प्रांजल शर्मा, प्रियंका, रोशनी सागर, आरती आदि ने परिचर्चा में अपने अपने विचार व्यक्त किए।