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यूपी वेडिंग इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने वैवाहिक आयोजन को लेकर सरकार से राहत देने की उठाई मांग

by admin
UP Wedding Industries Association raised the demand for relief from the government regarding the marriage event

आगरा। विजय नगर स्थित पुरुषोत्तम ग्रीन वैंकट हॉल पर उत्तर प्रदेश वेडिंग इंड्रस्टीज एसोशिएशन की ओर से एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में वैवाहिक और मांगलिक आयोजन से जुड़े व्यापारियों ने अपनी समस्याओं को बैठक में रखा और उन पर मंथन भी किया। इस दौरान सभी लोगों ने लॉकडाउन जैसी स्थिति पर चिंता जाहिर की और सरकार से गुहार लगाई कि अगर लॉकडाउन हो तो कोरोना की गाइडलाइन के तहत कार्ड धारक को उस मांगलिक आयोजन के स्थल तक जाने की अनुमति दी जाए।

संयोजक मनीष अग्रवाल ने बताया कि वैवाहिक व मंगलिग कार्यों से जुड़े व्यापारी व कर्मचारी बहुत बुरे दौर से गुजर रहे हैं। कोविड-19 के कारण व्यापार पूर्ण रूप से प्रभावित हो चूका है। सरकार, ग्राहक और व्यापारी तीनों का आपसी सामजस्य ही इस व्यापार को बचा सकता है। हम अपने बचाव के लिए मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश, चुनाव आयोग और जिला प्रशासन को अपनी परेशानियों से अवगत कराएँगे।

आज से शुरू होने वाला सहालग किसी भी सूरत में प्रभावित होता है तो लाखों परिवार रोजी-रोटी के संकट से जूझेगा। वेडिंग इंड्रस्ट्रीज में टेंट व्यवसायी, फ्लावर व लाइट डेकोरेटर, बैंड बजा बारात संचालक, मैरिज होम संचालक, डीजे साउंड, ब्यूटीपालर व्यवसाय, कैटर्स, ड्रेस डिजायनर, फोटोग्राफर-वीडियोग्राफर, हलवाई आदि दर्जनों तरह के व्यापारी सभी प्रभावित होंगे।

संरक्षक संजय अग्रवाल केटर्स ने कहा कि हम अपने सम्मानित ग्राहकों से भी निवेदन करते है कि वो भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने में हमारा सहयोग करें। कोविड-19 के कारण काम स्थगित होने की दशा में ग्राहक द्वारा दिया गया एडवांस आगे एडजस्ट कर दिया जायेगा वापस नहीं किया जा सकता है। क्योंकि इस एडवांस के आधार पर कार्य से जुडी छोटी इकाइयों को एवं कर्मचारियों को एडवांस करते हैं उनसे वापस लेना मुमकिन नहीं होता है।

बैंड व्यवसाय से जुड़े भरत शर्मा ने बताया कि यदि किसी कारणवश वीकेंड लॉकडाउन लगता है तो उसमें शादी वाले परिवार और उनके कर्मचारियों को विवाह स्थल तक आने-जाने की व्यवस्था में व्यवधान न हो। इसके लिए पास जारी करने चाइये या समय अवधि में छूट देनी चाहिए। ताकि अतिथियों एवं आयोजन से जुड़े कर्मचारियों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।

पवन कुमार सियाराम केटर्स ने बताया कि वैवाहिक व्यवसाय से लगभग दो लाख कर्मचारी आगरा मंडल में जुड़े हुए है। अगर किसी भी परिस्थति में सहालग ख़राब जाता है तो लाखों परिवारों के बीच रोजी-रोटी का संकट व्याप्त हो जाता है। ग्राहकों की बेहतर सुरक्षा के साथ कार्य कर रहे है और सभी कर्मचारियों को दोनों कोविड-19 वैक्सिन लगने पर ही कार्य में लगाया जाता है।

वैंकट हॉल संचालक विक्रांत शर्मा ने बताया कि वैवाहिक स्थल की बुकिंग काफी तेजी के साथ स्थगित हो रही है या आगे की तिथि पर पर जा रही है। ग्राहक असमंजस की स्थिति में आ गया है। वैवाहिक आयोजन में मेहमानों की संख्या सरकार को बढ़ानी होगी। आगरा जिले में छोटे-बड़े लगभग 500 मैरिज हॉल्स पर आर्थिक संकट है।

वेडिंग प्लानर संदीप उपाध्याय ने बताया कि डेस्टिनेशन वेडिंग जो की प्रदेश और आगरा को बड़ा व्यापार देती है। कोविड-19 के तेज़ी से प्रसार के कारण शादी स्थगित हो रही है। स्थगित होने का प्रमुख कारण सरकार द्वारा सख्त दिशा निर्देश भी है। प्रदेश सरकार से हमारी मांग है कि वैवाहिक और मांगलिक आयोजन के लिए सरकार द्वारा अलग से दिशा निर्देश के साथ गाइडलाइन दे कर राहत देने का कार्य किया जाये।

बैठक में संरक्षक राजेश गोयल माना कैटर्स, यदु गोयल, मुकेश गौतम, मिथुन गोयल, सागर तौमर, दिलीप कुमार, अमित यादव आदि मौजूद रहे।

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