आगरा। एआरएम आगरा फोर्ट वीके लोहानी की वादाखिलाफी के विरोध में यूपी रोडवेज इंप्लाइज यूनियन का धरना चल रहा है। आगरा यूनियन के संयोजक ने इस धरने को समाप्त कराने के लिए अधिकारियों पर विभिन्न प्रकार के हथकंडे अपनाए जाने का आरोप लगाया है।
यूपी रोडवेज इंप्लाइज यूनियन आगरा फोर्ट के शाखा संयोजक प्रमोद श्रीवास्तव ने बताया कि विगत 1 वर्षों से कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं को लेकर आगरा फोर्ट के एआरएम वी के लोहानी के साथ पत्राचार हुआ, बैठकें भी हुई लेकिन उनका कोई नतीजा नहीं निकला। सिर्फ तारीख पे तारीख मिलती चली गई। अब जब रोडवेज कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर यूनियन आंदोलन कर रही है तो अब इस आंदोलन को खत्म करने के लिए कुचक्र रचा जा रहा है।
प्रमोद श्रीवास्तव का कहना है कि एआरएम आगरा फोर्ट ने कोषालय की सुरक्षा प्रदाता सिक्योरिटी कंपनी से झूठी सूचना लिखवा कर एक पत्र यूनियन को भिजवाया है जिसमें लिखा है कि डरने से बाहरी व्यक्ति डिपो में आ रहे हैं और इससे कोषालय की असुरक्षा की संभावना बढ़ती चली जा रही है और इस धरने को खत्म किया जाए। जबकि यूनियन के नेताओं का कहना है कि बाहरी डिपो की बसें सवारियां लेकर डीजल लेने आती हैं उन बसों में बाहरी व्यक्ति डिपो में आते हैं। उन बाहरी व्यक्तियों से एआरएम को कोई खतरा नहीं है जबकि रोडवेज के कर्मचारी धरने पर बैठे हैं तो एआरएम को रोडवेज कर्मचारियों से ही खतरा होने लगा है।
रोडवेज कर्मचारियों ने साफ कर दिया है कि जब तक एआरएम आगरा फोर्ट कर्मचारियों से संबंधित समस्याओं के निदान के लिए उचित कदम नहीं उठाते यह आंदोलन और धरना प्रदर्शन यूं ही जारी रहेगा।