आगरा। अरुण नरवार के पीड़ित परिवार से मिलने के लिए आगरा पहुंची कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस संत विष्णु विनोदम भी आगरा पहुंचे थे। यहां पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया और फिर वह पत्रकारों से भी रूबरू हुए। पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने आगरा में सफाई कर्मचारी की पुलिस हिरासत में हुई मौत पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
संत विष्णु विनोदम ने कहा है कि सरकार ने पीड़ित परिवार को मात्र ₹10 लाख का मुआवजा दिया है जो कि न्याय नहीं है। सरकार को पीड़ित परिवार से कोई संवेदना नहीं है। वास्तव में प्रियंका गांधी ने ही उनके दर्द को समझा और सुना है। उन्होंने परिवार को आर्थिक मदद के साथ-साथ पूरा न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है।

दो समुदायों को बनाया जा रहा है निशाना
कांग्रेस संत विष्णु विनोदम का कहना था कि योगी सरकार में विशेष रुप से दो समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है। इस सरकार में एक ब्राह्मण और दूसरा दलित बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है, आए दिन इन समाजों के साथ सफाई कर्मी अरुण जैसी की घटनाएं सामने आ रही हैं लेकिन सरकार को इससे कोई सरोकार नहीं है। वह तो सिर्फ तानाशाही रवैया अपनाकर सत्ता को हथियाने का प्रयास कर रही है।
धर्म का नाम लेकर अधर्म का काम हो रहा है
कांग्रेस संत विष्णु विनोद अम का कहना है कि भाजपा धर्म के नाम पर अधर्म की राजनीति करने में लगी हुई है। इसीलिए तो किसी की शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए विपक्ष को रोकने का भरकस प्रयास किया जाता है। धर्म के मार्ग पर कांग्रेस चली है और उसने कभी भी देश को धर्म के नाम पर टूटने नहीं दिया है लेकिन आज स्थिति बिल्कुल विपरीत है।
योगी जी के कारण संत समाज पर उठे सवाल
आचार्य विष्णु विनोदम का कहना है कि ‘योगी जी अपने आप को संत कहते हैं और वह एक संत है। लेकिन आज उनके कारण पूरे संत सवाल पर सवाल खड़ा होने लगा है। इस तरह की ओछी राजनीति के चलते जब वह किसी कार्यक्रम पर जाते हैं तो लोग सवाल जवाब जरूर करते हैं लेकिन कुछ ऐसे भी संत हैं जो उनके पद चिन्हों पर चलते हैं जिसे संत समाज पर एक बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है।
वही युवा नेता अनुज शिवहरे ने सफाई कर्मी अरुण की मौत को लेकर आगरा पुलिस के साथ-साथ सरकार की कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि अब जनता भाजपा शासन से परेशान हो चुकी है। गरीब व शोषित समाज के दु:ख दर्द से सरकार को कोई सरोकार नहीं है। अब केवल उम्मीद की किरण के रूप में कांग्रेस पार्टी ही नजर आ रही है।