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ताजनगरी में एअरपोर्ट का सपना रह सकता है अधूरा – सिविल सोसाइटी

by pawan sharma

आगरा। ताजनगरी में एयरपोर्ट के नाम पर सिविल एंक्लेव बनाया जा रहा है लेकिन इसमें खामियां को लेकर सिविल सोसाइटी ऑफ़ आगरा संस्था ने कई बार सवाल खड़े किये हैं।
मंगलवार को प्रेस वार्ता कर संस्था ने केंद्र सरकार से एयरपोर्ट की सभी सुविधाओं के छीने जा रहे हक को लेकर कई सवाल किए हैं।

सिविल सोसाइटी ऑफ़ आगरा संस्था ने प्रेस वार्ता में बताया कि ताजनगरी में भले ही एअरपोर्ट के नाम पर सिविल एंक्लेव बनाया जा रहा हो लेकिन इसकी एयर कनेक्टिविटी के बारे में कई नहीं सोच रहा है। एयर कनेक्टिविटी न मिलने से इसका असर देशी और विदेशी दोनों फ़्लाइट पर पड़ेगा। आगरा की एयर कनैक्‍टिविटी की लगातार मांग बनी रही है किन्‍तु यहां की आवाज दिल्‍ली और लखनऊ में बेहद कमजोर हो जाने से इसके जायज हक भी अनेदेखे किये जाते रहे हैं।

यही नहीं नकारात्‍मक प्रचार भी किया जाता रहा है जिसका प्रत्‍यक्ष असर आगरा के टूरिजम ट्रेड पर पडता रहा है। जबकि इसका असर तो अन्‍य सभी उद्योगों, सेवा क्षेत्रों और जन जीवन पर पडा है। इस स्‍थिति को नागरिकों के सामने लाने के प्रयास में संबधित मंत्रालयों में पीठासीन को पत्र लिखे हैं।

सिविल सोसाइटी ऑफ़ आगरा ने इन सब प्रश्नों को प्रेस वार्ता में सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के सामने उठाये है। संस्था ने जनसूचना का अधिकार  इन सब प्रश्नो का जवाब माँगा है –

1. सिविल एन्‍कलेव आगरा में जो निवेश एयरपोर्ट अथार्टी आफ इंडिया का है वह घाटे का साबित हो रहा है। जिसका मुख्‍य कारण यहां की क्षमता और ढाँचागत सुविधाओं के अनुरूप यहां नेशनल और इंटरनेशनल शैड्यूल्‍ड फ्लाइटों की संख्‍या कम होना रहा है।

2. जयपुर–आगरा के बीच इसी साल शुरू हुई शैड्यूल्‍ड फ्लाइट में यात्रियों की संख्‍या में निरंतर बढोत्‍तरी होती रही जबकि इस फ्लाइट के शुरू होने का सीमित ही प्रचार हुआ और कुछ दिनों के अंतराल में फ्लाइट की नियमितता में व्‍यवधान भी आते रहे। इससे स्‍पष्‍ट हो गया है कि आगरा की एयर कनैक्‍टिविटी बढाये जाने की भरपूर संभावनाओं को अदूदर्शिता से या कूट रचनाकारों के कारण नकारा जाता रहा है।

3. जयपुर और आगरा देखने वाले शुरू हुई नई शैड्यूल्‍ड फ्लाइट का इस्‍तेमाल करना समय और धन दोनों के हिसाब से कम खर्चीला और समय बचाने वाला मान रहे हैं तो फिर तो फिर सरकार और एवीएशन मिनिस्‍ट्री के द्वारा क्‍या हाल में तीन सालों में आगरा–जयपुर एयरपोर्टों की क्षमताओं का अधिकतम उपयोग संभव करने के संबध में में कभी एएआई से पूछा गया है।

4. इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट की क्षमता पूर्ण हो जाने के बाद एयरपोर्ट अथार्टी आफ इंडिया ने आगरा के सिविल एन्‍कलेव को विकल्‍प के रूप में सिविल एवीऐशन एक्‍टिविटीज बढाने के लिये क्यों नहीं पेश किया। जबकि यहां डौमेस्‍टिक और इंटरनेशनल फ्लाइटों के लिये पर्याप्‍त सुविधाएं मौजूदा है।

5- जब ताजमहल घूमने वाले पर्यटक और स्‍थानीय नागरिक आगे की यात्रा की जरूरत के लिये इंदिरा गांधी एयरपोर्ट इस्‍तेमाल कर सकते हैं तो फिर आगरा एयरपोर्ट के इस्‍तेमाल की संभावनाओं को लेकर अब तक क्‍यों भेदभाव वाला रवैया अपनाया जा रहा है।

6. सिविल सोसाइटी ऑफ़ आगरा ने आगरा के दोनों सांसदों को पत्र लिख कर उनको आगरा में एयर कनेक्टिविटी पर फॉलोअप करने का अनुरोध किया.

सिविल सोसाइटी ऑफ़ आगरा का कहना है कि सूचना का अधिकार के तहत आगरा के वाशिंदों के हित के लिए नागरिक उड्डयन मंत्री भारत सरकार और उ प्र के मुख्‍यमंत्री को भी लिखा गया है। प्रेस वार्ता में अनिल शर्मा, राजीव सक्सेना और शिरोमणि सिंह मौजूद रहे।

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