आगरा। कुछ लोग अक्सर पूछते रहते हैं कि देश में वृद्ध आश्रमों की संख्या आखिर इतनी क्यों बढ़ती जा रही है। इसका यही कारण है कि जो मां बाप अपने बच्चों को बिना किसी परेशानी के पाल लेते हैं, वही बच्चे आर्थिक तंगी का बहाना बनाकर या दिखावटी दुनिया में जीने का आंनद लेने के लिए उन्हीं को रोटी खिलाने में सक्षम नहीं है जिन्होंने उसे पाल-पोसकर बड़ा किया।
हम बात कर रहे हैं थाना एत्माद्दौला क्षेत्र के एक पिता की जिसके 4 बच्चे हैं और उन 4 बच्चों की शादी पिता न केवल राजी-खुशी करा चुका है बल्कि चारों बच्चे हंसी खुशी से अपना परिवार पाल रहे हैं। चारों बच्चों के बाप की पत्नी का देहांत हो गया है और वह अपने खुद के बनाए हुए घर में रह रहा है लेकिन पिता का कहना है कि उसके बच्चे उसको रोजाना ही किसी ना किसी बात पर प्रताड़ित करते रहते हैं और घर से निकालने की बात कहते हैं।
पीड़ित बाप का कहना है कि मैंने इन चार बच्चों की परवरिश बड़े अच्छे तरीके से की थी लेकिन आज यह बच्चे मुझे खाने के लिए एक समय की रोटी भी नहीं देते। पीड़ित बाप ने बताया कि वह इसकी शिकायत आगरा के सभी उच्च अधिकारियों से कर चुका है लेकिन उसकी अभी तक कोई भी सुनवाई नहीं हो रही है और रोजाना ही उसको उसके बच्चों द्वारा प्रताड़ित किया जाता है यह सब बात कहते कहते पीड़ित की आंखों में से आंसू आने लगे
अब आप सोच सकते हैं कि क्यों देश में वृद्ध आश्रमों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। जो बाप अपने बच्चों का पेट पाल सकता है क्या उसके बच्चे बड़े होने के बाद अपने एक बाप को एक समय की रोटी भी नहीं खिला सकते।