
आगरा। ताजनगरी से महज 20 किलोमीटर की दूरी पर एक ऐसा गांव है जिस गांव के 40 प्रतिशत लोग पिछले 15 सालों से दूषित पानी से अपंग हो गए हैं। बच्चा हो या फिर बुजुर्ग, गांव का पूरा पानी दूषित हो चुका है और गाँव के लोग पानी की कमी के चलते उसी दूषित पानी का प्रयोग करने को मजबूर है जिसके चलते गांव के लोगों को एक भयानक बीमारी से जूझना पड़ रहा है।
आगरा के गांव पचकाई खेड़ा इस गांव में लोग पानी की कमी और दूषित पानी से विकलांग हो गए हैं। गांव के लोगों का कहना है कि कई सरकार बदल गई और कई विधायक बदल गए मगर इस गांव की इस समस्या से आज तक किसी भी प्रतिनिधि ने संज्ञान नहीं लिया है।
आज हालात यह हो गए हैं कि गांव के लोग गांव से पलायन करने के लिए भी मजबूर हैं। गांव में कई महिलाएं ऐसी हैं जो कि इस गांव में शादी होने के बाद उनका जीवन भी पूरी तरह से बेकार हो गया। वह इस गांव में आने के बाद विकलांग हो गई तो किसी का हाथ खराब हो गया तो कई महिलाएं आंखों से अंधी और पैरों से विकलांग हो गई। कुछ लोग तो ऐसे हैं जिन्हें आंखों से भी नहीं दिखाई देता फिर भी अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
गांव के लोगों का यह भी कहना है कि कई बार आगरा डीएम और प्रदेश सरकार तक अपने गांव की समस्या को लेकर अवगत कराया गया है मगर किसी ने भी इस समस्या से निजात नहीं दिला पाई। मिलता है तो केवल आश्वासन।
जब न्यूज़ टीम ने गांव के कुछ लोगों से उनके हालात जाने तो लोगों का कहना था कि हमारे गांव में लड़के या लड़कियों के रिश्ते के लिए जो लोग आते हैं वह भी गांव का नाम सुनकर रिश्ता वापस लेकर लौट जाते हैं।
गांव के प्रधान राधेश्याम का कहना है कि अगर इस बार सरकार या जिला प्रशासन ने उनकी बात नहीं सुनी तो 2019 के चुनाव में गांव के सभी लोग चुनाव बहिष्कार करेंगे।
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