आगरा। तमिलनाडु एक्सप्रेस से परिवार के साथ लौट रहे यात्री की नाबालिग बेटी ट्रेन में बिछुड़ गई।आगरा कैंट स्टेशन पर उसने चेन पुलिंग करके ट्रेन रुकवाई मगर आरपीएफ ने बेटी की तलाश की जगह उसे थाने में ही बैठा दिया। उसने पूरा वाकया बताया तब आरपीएफ की टीमें युवती की तलाश में जुटीं मगर वह ट्रेन में नहीं मिली। इस संबंध में पीड़ित ने जीआरपी में 17 साल की किशोरी की गुमशुदगी दर्ज कराई गई है। आरपीएफ कमांडेंट ने कहा है कि किशोरी की तलाश की जा रही है।
बरेली के रहने वाले अमीरउद्दीन (बदला हुआ नाम) पत्नी, दो बेटियों व बेटे के साथ तमिलनाडु एक्सप्रेस से चेन्नई से आगरा आने को सवार हुए थे। आगरा से उन्हें बस से बरेली जाना था। शनिवार तड़के तमिलनाडु एक्सप्रेस कैंट स्टेशन पर पहुंची तो अमीर परिवार के सदस्यों के साथ उतर गए जबकि 17 साल की बेटी टॉयलेट में होने के कारण नहीं उतर सकी। गाड़ी को चलता देखकर घबराहट में अमीर ने चेन पुलिंग करके ट्रैन रुकवाई। इसी बीच आरपीएफ की टीम ने अमीर को पकड़ लिया। अमीर ने आरोप लगाया कि उसने बहुत कहा कि बेटी ट्रेन में रह गई लेकिन उनकी सुनवाई नहीं की। इसी बीच ट्रेन आगे बढ़ गई। आरपीएफ थाने पहुंचने पर अमीर ने पूरी जानकारी आरपीएफ को दी। इस पर आरपीएफ ने मथुरा में ट्रेन की चेकिंग करवाई मगर किशोरी नहीं मिली।
आरपीएफ ने पीड़ित परिवार को जीआरपी थाने भेजा। यहां जीआरपी ने गुमशुदगी दर्ज कर ली। परिजनों के अनुसार बेटी का फोन आया था तो वो टॉयलेट का लॉक फंसने के कारण देरी होना बता रही थी। आरपीएफ को उसकी अंतिम लोकेशन मथुरा में मिली। इसके बाद गाजियाबाद में भी तलाश की गई। एक अनजान युवक के नंबर से भी किशोरी ने परिवारीजनों को कॉल किया। जीआरपी इंस्पेक्टर ने बताया कि किशोरी की तलाश की जा रही है। आरपीएफ कमांडेंट प्रकाश कुमार पंडा का कहना है कि लड़की परिवार से बिछुड़ गई है और उसकी तलाश की जा रही है। चेन पुलिंग के कारण लड़की ट्रेन से नहीं उतर सकी, यह आरोप निराधार है।