Home » कोविड टीकाकरण का दूसरा ड्राई रन हुआ संपन्न, सभी 68 केंद्रों पर किया गया पूर्वाभ्यास

कोविड टीकाकरण का दूसरा ड्राई रन हुआ संपन्न, सभी 68 केंद्रों पर किया गया पूर्वाभ्यास

by admin
Second dry run of Covid vaccination completed, rehearsal done at all 68 centers

Agra. जनपद में सोमवार को कोविड-19 टीकाकरण का दूसरा पूर्वाभ्यास सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। इस बार इसे जनपद के सभी 68 कोविड टीकाकरण केंद्रों पर किया गया। सभी जगह सुबह 10 से यह शुरू हो गया था। सभी केंद्रों पर एक सेशन में 15 लाभार्थियों का सांकेतिक टीकाकरण किया गया।

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आर सी पांडेय ने बताया कि कोविड टीकाकरण का दूसरा पूर्वाभ्यास भी सफल रहा। सभी 68 केंद्रों पर ये सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। उन्होंने बताया कि पिछला पूर्वाभ्यास जनपद के 6 ही केंद्रों पर किया गया था, लेकिन इसके बाद इसे सभी केंद्रों पर किया गया, ताकि टीकाकरण में कोई परेशानी न आए। उन्होंने बताया कि पूर्वाभ्यास में असली टीकाकरण की तरह प्रक्रिया हुई। बस इसमें टीका नहीं लगाया गया।

पीएचसी व सीएचसी पर भी हुआ पूर्वाभ्यास –

इस बार जनपद के प्राथमिक और सामुदायिक केंद्रो पर भी कोविड टीकाकरण का पूर्वाभ्यास किया गया। जीवनीमंडी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी डॉ. मेघना शर्मा ने बताया कि तय प्रक्रिया के तहत कोविड टीकारण का पूर्वाभ्यास किया गया। प्रशिक्षण में बताई प्रक्रिया के तहत कोविड टीकाकरण की सभी प्रक्रियाओं को फॉलो किया गया।

सीएचसी अछनेरा डॉ. जितेंद्र लवानियां ने बताया कि कोविड टीकाकरण का पूर्वाभ्यास पूरी तरह से सफल रहा। उन्होंने बताया कि केंद्र पर पूर्वाभ्यास का जायजा संयुक्त निदेशक डॉ. पीके शर्मा, डॉ. राजीव, अप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सत्यमूर्ति तोमर, यूनिसेफ की डीएमसी मधुमिता ने किया। यहां पर डॉ. अभिषेक परिहार, अंजना सिंह, डॉ. प्रमोद, एएनएम और आशां संगिनी मौजूद रहे।

इस तरह हुआ ड्राई रन –

ड्राई रन के लिए एक दिन पहले ही लाभार्थियों को मैसेज के माध्यम से सूचना दे दी गई थी। कोविड टीकाकरण केंद्र पर भी प्रत्येक चरण पर टीकाकरण के लिए आने वाले लोगों की लिस्ट थी। सबसे पहले चरण में वैरीफायर द्वारा टीकाकरण के लिए आए लाभार्थी का लिस्ट में नाम जांचा गया। इसके बाद उसकी आईडी से मिलान किया गया। इसके बाद पुलिस द्वारा भी इसी प्रकार से जांच की गई। दूसरे चरण में लाभार्थी को प्रतीक्षा कक्ष में इंतजार करना पड़ा। इसके बाद उसका नंबर आने पर उसका टीकाकरण किया गया। टीकाकरण करने के बाद सीरिंज को तय मानकों के हिसाब से डिस्पोज किया गया। इसके बाद निगरानी कक्ष में आधे घंटे तक लाभार्थी को बिठाया गया। जब उसे कोई परेशानी नहीं हुई तो उसे कोविड टीकाकरण केंद्र से जाने दिया गया।

Related Articles