आगरा। सीएमओ विभाग की लगातार कार्यवाई के बावजूद नियमों की अनदेखी कर मरीजों की जान से खेलने वाले अस्पताल संचालक की मनमानी लगातार देखने को मिल रही है।थाना एत्माद्दौला के रामबाग चौराहे के पास स्थित संजीवनी हॉस्पिटल, जिसे स्वास्थ्य विभाग ने बहुत समय पहले सील कर दिया था और मरीजों को भर्ती करने के लिए साफ तौर पर मना कर दिया था, उस अस्पताल में दलाल द्वारा न केवल एक महिला मरीज को भर्ती किया गया बल्कि बिना डॉक्टर की देख रेख में उसका ईलाज़ चलाया गया जिस कारण महिला मरीज़ की मौत हो गयी।
बताते चलें कि हाथरस निवासी लेखराज की पत्नी गर्भवती थी और उसकी डिलीवरी होनी थी। किसी दलाल ने लेखराज को झांसे में लेकर उसकी पत्नी को सील किए हुए संजीवनी हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया, जिसकी इलाज के दौरान अस्पताल में मृत्यु हो गई।
पति लेखराज का आरोप है कि उसे इस अस्पताल के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं की और जब से मेरी पत्नी यहां भर्ती हुई है तब से कोई भी डॉक्टर उसे देखने नहीं आया और कंपाउंडर ही उसका इलाज कर रहे हैं।
इस बारे में प्रशासन ने दावा किया है कि हम जल्द से जल्द इन सभी हॉस्पिटलों पर कार्रवाई करेंगे और करते आ रहे हैं लेकिन फिर भी देखने में आ रहा है कि कहीं ना कहीं अवैध अस्पताल चलाने वाले लोगों को स्वास्थ्य विभाग का भी कोई भय नहीं है।