आगरा। आगरा विकास प्राधिकरण वैसे तो अवैध निर्माणों के लिए बड़े-बड़े दावे करता है।
मगर हाल ही में एक मामले में देखा जा रहा है कि एक दबंग के आगे आगरा विकास प्राधिकरण का पूरा विभाग हार चुका है।
दरअसल मामला शाहगंज थाना क्षेत्र के खेरिया मोड़ स्थित प्रधान मॉडल शॉप वाली बिल्डिंग के स्वामी जगदीश कुशवाहा का है।
बताया जा रहा है कि दबंग जगदीश कुशवाहा की इस बिल्डिंग पर कुछ वर्ष पहले आगरा विकास प्राधिकरण ने मानक पूरे न होने के चलते निर्माण कार्य रुकवा कर बिल्डिंग पर सील लगा दी थी।
मगर दबंग के हौसले आगरा विकास प्राधिकरण के आगे नहीं हारे।
जिस बिल्डिंग पर आगरा विकास प्राधिकरण में सील लगाई थी। उसी बिल्डिंग पर बिल्डिंग स्वामी जगदीश कुशवाहा ने विकास प्राधिकरण की सीलिंग के बावजूद निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।
15 दिन पूर्व बिल्डिंग स्वामी जगदीश कुशवाहा द्वारा बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर लेंटर डलवाना और कई कमरे बनवाने का निर्माण कार्य जारी है।
हालांकि इसकी शिकायत क्षेत्रीय लोगों ने आगरा विकास प्राधिकरण के संबंधित जूनियर इंजीनियर पांडे को भी की थी।
बताया जा रहा है आगरा विकास प्राधिकरण के जूनियर इंजीनियर पांडे द्वारा भेजी गई टीम जब मौके पर पहुंची तो दबंग जगदीश कुशवाहा से सौदेबाजी कर ली और टीम बैरंग लौट गई।
जिससे यह बात प्रमाणित होती है दबंगों के आगे नियम कायदे और कानून की धज्जियां उड़ाई जाती हैं।
हालांकि यह मामला एक बार फिर आगरा विकास प्राधिकरण के सचिव और जिला प्रशासन के एडीएम सिटी के पी सिंह के सामने उठा है।
इस मामले को एडीए सचिव और एडीएम सिटी केपी सिंह ने गंभीरता से लिया है।
और साफ तौर पर एडीए सचिव के पी सिंह का कहना है कि इस मामले में तत्काल टीम को रवाना किया जाएगा और मौके पर कमी पाए जाने पर न केवल बिल्डिंग को दोबारा सील किया जाएगा। बल्कि बिल्डिंग स्वामी जगदीश कुशवाहा के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी।
जिला प्रशासन और आगरा विकास प्राधिकरण दबंग की नाक में कब तक नकेल डाल पाएगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।