आगरा। आयुष्मान भारत के बाद अब भारत और उत्तर प्रदेश सरकार ने गरीब गुर्दे के रोगों से प्रभावित गरीब मरीजों के लिए पूर्णतः निशुल्क डायलिसिस सेंटर की शुरुआत की है। आगरा में इस सुविधा की शुरुआत जिला चिकित्सालय में की गई है। इस योजना के माध्यम से गरीब मरीज एक रुपये में रजिस्ट्रेशन कराकर डायलिसिस कर सकेगा जिसका शुभारंभ महापौर नवीन जैन ने फीता काटकर किया।
महापौर ने पूरे डायलिसिस सेंटर का भ्रमण कर सारी व्यवस्थाओं का जायजा लिया और चिकित्सकों से वार्ता कर डायलिसिस सेंटर के संचालन से संबंधित सभी जानकारी ली। इस दौरान महापौर ने उन मरीजों से भी वार्ता की जो इस सुविधा का लाभ ले रहे थे और सरकार के इस प्रयास के प्रति उनकी प्रतिक्रियाएं जानी। इस सुविधा को पाकर मरीज काफी उत्साहित दिखाई दिए और महापौर के माध्यम से सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
महापौर नवीन जैन ने आज के दिन को ऐतिहासिक दिन बताया। उनका कहना था कि आज से गरीब मरीज एक रुपये में अपनी डायलिसिस करा सकेगा। इस दौरान महापौर नवीन जैन ने मोदी और योगी सरकार को इस योजना के लिए धन्यवाद दिया कि उन्होंने आगरा शहर को NHM योजना में शामिल करके जिला अस्पताल में उच्च स्तरीय डायलिसिस सेंटर की शुरुआत कराई।
महापौर का कहना था कि आयुष्मान भारत के बाद अब भारत और उत्तर प्रदेश सरकार की यह सबसे बड़ी चिकित्सा सुविधा योजना है। इस योजना के माध्यम से गुर्दे के रोगों से प्रभावित गरीब मरीजों की पूर्णतः निशुल्क डायलिसिस हो जाएगी। अक्सर यह देखा जाता था कि गरीब मरीज पैसो के अभाव में डायलिसिस (लाइफ सेविंग प्रोसीजर) समय पर नही करा पाते थे और उनकी मृत्यु हो जाती थी लेकिन सरकार के इस कदम से अब गरीब मरीज मात्र एक रुपये के पर्चे पर निःशुल्क डायलिसिस करा पाएंगे।
महापौर नवीन जैन ने बताया कि सरकार ने इस योजना को पीपीपी मॉडल पर शुरु किया है। जिला अस्पताल में शुरु हुए डायलिसिस सेंटर में 10 बेड है और इतनी ही डायलिसिस मशीने है। एक दिन में एक बेड पर तीन मरीज की डायलिसिस हो सकेगी और एक दिन में 30 मरीज इसका लाभ ले संकेंगे।
इस मौके पर सीएमओ मुकेश वत्स, आरके अरोड़ा (आगरा नोडल अधिकारी डायलिसिस), ब्रिगेडियर आरपी सिंह (इंचार्ज ऑफ ऑल यूपी डायलिसिस), अनुराग चौहान (डायलिसिस सेंटर मैनेजर), डॉ पीयूष जैन आदि मौजूद रहे।