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नार्वे के राजदूत ने आगरा में देखा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, पेठा कचरे से बायो गैस बनाये जाने का दिया प्रजेंटेशन

by admin
Norwegian ambassador saw solid waste management in Agra, gave a presentation on making bio gas from petha waste

Agra. नॉर्वे के राजदूत हैंस जैकब फ्राइडनलुंड, काउंसलर रॉयल नॉर्वेजियन एंबेसी मेरिट स्टरैंड एवं महानिदेशक सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट न्यू दिल्ली डॉक्टर सुनीता नारायण एवं अन्य द्वारा आगरा नगर में ताजमहल के आसपास के क्षेत्र में किए जा रहे घर -घर से कूड़े के संग्रहण, जन जागरूकता अभियान एवं कूड़े के पृथक्कीकरण कार्यों का अवलोकन किया गया। ताजमहल स्मारक के पास स्थित घनी बस्ती में स्थानीय नागरिकों से इस संबंध में फीडबैक भी प्राप्त किया गया।

Norwegian ambassador saw solid waste management in Agra, gave a presentation on making bio gas from petha waste

इसके उपरांत समस्त सदस्यों द्वारा पेठे के निर्माण की प्रक्रिया को शास्त्रीपुरम स्थित निर्माण स्थल पर जाकर समझा गया एवं इससे जनित होने वाले वेस्ट के निस्तारण के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई।

टीम द्वारा दोपहर 3 बजे से कुबेरपुर स्थित लैंडफिल साइट का निरीक्षण किया गया एवं लीगेसी वेस्ट के निस्तारण को समयबद्ध एवं तकनीकी रूप से मानकों के अनुसार करते हुए पाए जाने पर कार्य की सराहना भी की गई। टीम द्वारा नगर निगम मुख्यालय में इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर का निरीक्षण कर स्मार्ट सिटी मिशन से संबंधित कार्यों के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई।

Norwegian ambassador saw solid waste management in Agra, gave a presentation on making bio gas from petha waste

अंत में टीम द्वारा किए गए भ्रमण एवं अवलोकित किए गए कार्यों के संबंध में महापौर नवीन जैन से अपर नगर आयुक्त विनोद कुमार गुप्ता एवं पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण की उपस्थिति में विस्तृत वार्ता की गई। नगर निगम द्वारा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों एवं प्रयासों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अपने अमूल्य सुझावों से अवगत भी कराया गया।

सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट द्वारा पेठा निर्माण से जनित होने वाले वेस्ट के आकलन एवं इसके पुनः: उपयोग व निस्तारण के संबंध में एक विस्तृत रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई, जिसके अनुसार प्रतिदिन लगभग 45 टन कच्चे पेठा से 27 टन पेठा तैयार किया जाता है एवं इस प्रक्रिया में प्रतिदिन 18 टन सॉलि़ड वेस्ट जनित होता है। इस वेस्ट का निस्तारण बायो सीएनजी गैस बनाकर अथवा इसको चारे के रूप में गौशाला में उपयोग कर किए जाने के संबंध में आंकड़े भी प्रस्तुत किए गए।

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महापौर नवीन जैन द्वारा निर्देशित किया गया कि समस्त पेठा निर्माताओं की एक बैठक बुलाकर इस संबंध में विस्तृत चर्चा करते हुए एक कार्य योजना तैयार की जाएगी ताकि पेठे के निर्माण से जनित होने वाले वेस्ट का निस्तारण समुचित रूप से सुनिश्चित किया जा सके। इस दौरान महापौर द्वारा अतिथियों को बुके एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।।

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