आगरा। आगरा के एक अधिवक्ता ने भारत देश को 1947 में मिली आजादी को भीख बताने के आरोप में बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अदालत में परिवाद पत्र दाखिल किया है। अधिवक्ता ने आजादी को भीख बताने को लेकर राष्ट्रद्रोह के आरोप में वाद दाखिल किया है। इसके बाद सीजेएम ने मामले की सुनवाई के लिए 25 नवंबर की तारीख नियत की है।
न्यू लॉयर्स कॉलोनी निवासी अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने अदालत में अधिवक्ता बीएस फौजदार के माध्यम से बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत व प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ परिवाद कोर्ट में दाखिल किया है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि ‘प्रार्थी ने 17 नवंबर 2021 को दैनिक समाचार पत्रों में अभिनेत्री कंगना द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रति अपशब्द कहकर देश में अराजकता का माहौल पैदा करने की पोस्ट को पढ़ा। इसमें अभिनेत्री का बयान भी ‘आजादी भीख में मिली थी’ शामिल था। इसके अलावा अहिंसा के सिद्धांत का उपहास उड़ाया गया।’
अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने आरोप लगाया कि उन्होंने देशभक्त शहीदों एवं स्वतंत्रता सेनानियों सहित पूरे राष्ट्र का अपमान किया है। इससे परिवादी व अन्य अधिवक्ताओं आदि की भावनाएं आहत हुई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी देश का अपमान करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई न करने का आरोप लगाया। अदालत में राष्ट्रद्रोह अधिनियम सहित अन्य आरोप में परिवाद पत्र प्रस्तुत कर तलब करने का आग्रह किया है।
अधिवक्ता द्वारा दायर की गई इस परिवाद पत्र को लेकर सीजेएम प्रदीप कुमार सिंह ने इस मामले की सुनवाई के लिए 25 नवंबर की तारीख तय की है, साथ ही इस संबंध में थाना न्यू आगरा से आख्या भी मांगी गई है।