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परिवार नियोजन की अलख जगाने को होंगे सास, बेटा-बहू सम्मेलन

by admin
Mother-in-law, son-daughter-in-law conference will be held to raise awareness of family planning

आगरा। दंपत्तियों में परिवार नियोजन की अलख जगाने के लिए 20 सितम्बर से 20 अक्टूबर के मध्य सास, बेटा -बहू सम्मेलन का आयोजन होगा। कार्यक्रम में जहां सास मंच पर होगी। वहीं बहू को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा। उन्हें परिवार नियोजन के साधनों का उपयोग करने के लिए जागरूक किया जाएगा। कार्यक्रम के लिए स्वास्थ्य मिशन की निदेशक अर्पणा उपाध्याय ने सीएमओ आदेश जारी किए हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.अरूण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि सास, बेटा–बहू सम्मेलन का उद्देश्य सास और बहू के मध्य समन्वय और संवाद को उनके पारस्परिक अनुभवों के आधार पर रूचिकर खेलों और गतिविधियों के माध्यम से बेहतर किया जा सके, जिससे वह प्रजनन स्वास्थ्य के प्रति अपनी अवधारणों, व्यवहार व विश्वास में बदलाव ला सकें।

डा.अरूण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि प्राय: यह देखा जाता है कि परिवार में लगभग सभी निर्णय में पुरुषों की सहमति सर्वोपरि होती है। इसलिए सास-सम्मेलन के दौरान पुरुष सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए बेटे का प्रतिभाग किया जाना जरूरी है।

परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. विनय कुमार ने बताया कि सास-बहू सम्मेलन का आयोजन उपकेंद्र स्तर पर किया जाएगा। प्रत्येक केंद्र पर 10 से 12 आशाएं होती हैं। सभी आशाओं द्वारा सास,बेटा-बहू सम्मेलन कराया जाएा। प्रत्येक सम्मेलन में लगभग 90 प्रतिभागी प्रतिभाग करेंगे।

डा. विनय कुमार ने बताया कि सास,बेटा-बहू सम्मेलन हेतु निर्धारित गतिविधियों के आयोजन की तैयारी केंद्र की एएनएम एवं आशा द्वारा संयुक्त रूप से ब्लॉक प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के दिशा निर्देशन में की जानी है। हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर जिन उपकेंद्रों पर है, वहां सीएचओ द्वारा इस गतिविधि में एएनएम को पूर्ण सहयोग दिया जाएगा।

ऐसे लोगों को आमंत्रित किया जाएगा

-पिछले एक वर्ष के दौरान नव विवाहित दंपत्ति
-एक वर्ष के अंदर उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिला
-ऐसे दंपत्ति जिन्होंने परिवर नियोजन का कोई साधन नहीं अपनाया।
-ऐसे दंपत्ति जिनके तीन या तीन से अधिक बच्चे हैं।
-आदर्श दंपत्ति, जिनका विवाह से दो वर्ष के बाद पहला बच्चा हुआ। जिनके पले बच्चे से दूसरे बच्चे में कम से कम तीन वर्ष का अंतराल हो।

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