देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर घातक सिद्ध हो रही है। बीते 24 घंटे में देश में 3.86 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं और 3500 से ज्यादा लोगों ने इस खतरनाक वायरस के आगे अपना दम तोड़ दिया है। वहीं ऑक्सीजन की कमी से कई जिलों में मरीजों की मौतों का आंकड़ा सामने आया लेकिन भारत में आपदा फैलने के बाद से कई देश मदद के लिए सामने आए हैं। सिंगापुर, सऊदी अरब, अमेरिका, कनाडा समेत कई देशों की ओर से भारत की मदद की घोषणा की जा चुकी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हाल ही में घोषणा की है कि कोविड-19 की भयावह स्थिति देखते हुए भारत का साथ देने के लिए 4 हजार ऑक्सीजन एकाग्रता प्रदान करेगा। यूके ने हाल ही में भारत में 495 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और 140 वेंटिलेटर भेजे हैं। अलावा इसके आयरलैंड ने भी घोषणा की है कि भारत में 700 ऑक्सीजन सांद्रता भेजने की तैयारी कर रहा है। सऊदी अरब ने हाल ही में 80 टन ऑक्सीजन भारत में कोरोना से जंग लड़ने के लिए प्रदान की थी। अमेज़न की मेगा वायु पहल के तहत 8000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और 500 BIPAP मशीनों को सिंगापुर से एअरलिफ्ट कराया जाना है। वहीं ऑस्ट्रेलिया ने 500 वेंटिलेटर, 100000 गॉगल्स, 500000 P2 और N95 मास्क एवं 100000 जोड़े दस्ताने और 20000 फेस शील्ड भेजने की घोषणा की है।
संयुक्त राज्य अमेरिका टीका बनाने के लिए कच्ची सामग्री, ऑक्सीजन से संबंधित आपूर्ति चिकित्सा विज्ञान से संबंधित सुविधाएं भारत को भेज रहा है।
गूगल ने अभी हाल में ही घोषणा की है कि भारत को राहत सहायता में मदद करेंगे। गूगल को यूनिसेफ और गेट इंडिया के माध्यम से 135 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान करनी है।इन अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के माध्यम से सहायता को जरूरतमंदों तक वितरित किया जाना है।