Agra. तबादला हो जाने के बाद भी आगरा के पूर्व बीएसए राजीव कुमार चुपचाप से अपने कार्यालय पहुंचे और फाइलें निपटने लगे। कार्यालय का एक बाबू ने उनका ख़ूब साथ दिया और साहब ने बैक डेट में कई आदेश जारी करने के साथ ही कई फाइलों को निपटा दिया। तभी कुछ शिक्षकों की नज़र उन पर पड़ गयी और उन्होंने पूर्व बीएसए राजीव कुमार द्वारा फाइलें निपटाने का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इस वीडियो ने पूर्व बीएसए राजीव कुमार की फ़ज़ीहत करा दी है।
जानकारी के अनुसार शासन ने मंगलवार को ही आगरा के बीएसए राजीव कुमार का तबादला कासगंज कर दिया था लेकिन स्थानांतरण होने के बाबजूद पूर्व बीएसए राजीव कुमार बिना सरकारी गाड़ी के कार्यालय पहुँचे और चुपचाप बैक डेट में फाइल निपटाने लगे। यह करते हुए शिक्षकों ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया। इन दौरान शिक्षकों ने हंगामा शुरू कर दिया और पूर्व बीएसए से तत्काल कार्यालय से जाने को कहा। हंगामा और फजीहत होने के बाद वो कार्यालय से चुपचाप निकल गए लेकिन इसके साथ ही शिक्षक पूरी घटना का वीडियो बनाते रहे।
सूत्रों की माने तो कार्यालय पहुँचने के बाद पूर्व बीएसए द्वारा 7 जुलाई और 13 जुलाई की तारीख में दो पत्र ही जारी हो पाए थे कि कुछ शिक्षक नेताओं को इसकी जानकारी हो गई। शिक्षकों का एक दल बीएसए कार्यालय पहुंच गया और उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया। शिक्षक नेताओं का आरोप है कि बीएसए बाबू रक्षपाल बैक डेट में विवादित फाइलों पर हस्ताक्षर कराकर मामले निपटवा रहा था। विवादित बाबू रक्षपाल कई फाइलों को लेकर पुलिस व एसआईटी की रडार पर है।
शिक्षकों के आने पर बीएसए ने कहा कि हम जा रहे हैं आप भी जाइये, पर शिक्षक तब भी नहीं माने और वीडियो बनाते रहे। इसके बाद बीएसए चुपचाप निजी कर्मचारियों के साथ कार से निकल गए। शिक्षकों ने पूरे मामले के वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।