Agra. फतेहाबाद के ग्राम अई भलोखरा और जलालपुर में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर परियोजना के तहत भूमि अधिग्रहण की जानी है। इस भूमि अधिग्रहण के विरोध में किसान पूरी तरह से उतर आए हैं। आज किसानों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और इंडस्ट्रियल कॉरिडोर परियोजना के लिए अधिग्रहण की जाने वाली भूमि का विरोध किया, साथ ही जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन सौंप यह बात रखी कि इंडस्ट्रियल कॉरिडोर परियोजना के लिए किसान अपनी भूमि नहीं देना चाहता।
‘चिड़िया नहीं बेचती अपना घोंसला’
किसानों का कहना था कि उनकी भूमि उपजाऊ है और उपजाऊ भूमि को कैसे बचा जा सकता है जबकि भरण पोषण का सिर्फ एक मात्र साधन उनके पास खेती योग्य यह भूमि है। इस भूमि को किसी भी कीमत पर अधिग्रहण नहीं होने देंगे। वहीं दूसरे किसान का कहना था कि चिड़िया अपना घोंसला बनाती है। उसमें वह और उसके बच्चे रहते हैं। वह घोसला बनाकर बेचती नहीं है। इसी तरह किसानों की भूमि है। वह उसे सींचता है और खेती योग्य बनाता है ना कि बचने के लिए वह इस कार्य को अंजाम देता है।
किसानों का कहना था कि अपनी भूमि को बचाने के लिए भले ही उनकी जान चली जाए लेकिन वह अपनी उपजाऊ खेती की जमीन एक इंच भी नहीं देंगे। दैनिक अखबारों से उन्हें पता चल रहा है कि उनके गांव की भूमि को इंडस्ट्रियल कॉरिडोर परियोजना के लिए अधिग्रहण किया जाना है, इसके लिए किसानों को कोई नोटिस और अधिसूचना भी नहीं दी गई। नहीं तो किसान पहले ही प्रशासन को इस और कदम उठाने ही नहीं देते।