आगरा। आम तौर पर पुलिस का नाम आते ही जेहन में खाकी वर्दी की नकारात्मक छवि उभरती है। आम आदमी तो खाकी के नाम से ही खौफ से भर जाता है। लेकिन यूपी पुलिस के कुछ ऐसे भी जवान हैं जो दूसरों की जान बचाने के लिए अपना खून देने से नहीं हिचकिचा रहे। आगरा में एसीपी सैंया कार्यालय में तैनात कांस्टेबल धर्मेंद्र राठौर इन्हीं में से एक हैं।
जानकारी के मुताबिक अभी थोड़े समय पहले एक सड़क दुर्घटना हो गई थी जिसमें मरीज को देहली गेट हरीपर्वत पुष्पांजलि अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसमें मरीज को तत्काल रक्त की आवश्यकता थी तो जनपद आगरा के एसीपी सैंया कार्यालय में तैनात कॉन्स्टेबल धर्मेंद्र राठौर कार्यालय से छुट्टी लेकर पुष्पांजलि अस्पताल पहुंचे और मरीज को रक्त देकर सराहनीय कार्य किया। मरीज के परिवारीजनों ने रक्तदाता का धन्यवाद किया और जमकर प्रशंसा की।
मरीज के तीमारदार ने बताया कि मेरे एक परिचित के 8 वर्षीय पुत्र को डेंगू होने के कारण उस बच्चे की प्लेटलेट्स मात्र 15000 रह गई थी। इंटरनल ब्लडिंग कभी भी शुरू हो सकती थी। डॉक्टर द्वारा खतरे का अलार्म बजा दिया गया था। ऐसी स्थिति में कलियुग के भगवान धर्मेंद्र राठौर द्वारा एक फोन कॉल करने पर उपलब्ध होकर एसडीपी पैकेज जम्बो पैक डोनेट किया गया। अब बच्चे की हालत खतरे से बाहर है।
कांस्टेबल धर्मेंद्र राठौर इससे पहले भी क़ई बार रक्तदान कर क़ई जाने अनजाने जरूरतमंदों की मदद कर चुके है। वहीँ मरीज की जान बचाने पर घायल के परिजन ने कांस्टेबल का तहे दिल से धन्यवाद किया।