देश के तकरीबन 8 राज्यों में डेल्टा प्लस वेरिएंट ( Delta+ Variant) के 40 से ज्यादा मामले दर्ज होने के बाद एनसीआर ( NCR) में भी कोरोना ( Covid-19) के इस नए स्वरूप ‘डेल्टा प्लस’ (Delta Plus) वेरिएंट ने दस्तक दे दी है। बता दें एनसीआर में डेल्टा प्लस वेरिएंट का पहला मामला दर्ज कर लिया गया है। इसके पहले मामले की पुष्टि फरीदाबाद ( Faridabad) के एक आईटी पेशेवर में हुई है, हालांकि वह अभी पूर्णता स्वस्थ हैं।
महाराष्ट्र समेत तमिलनाडु, केरल ,मध्य प्रदेश ,आंध्र प्रदेश ,जम्मू कश्मीर के अतिरिक्त अन्य हिस्सों में भी कोरोना के इस नए वेरिएंट ने लोगों को संक्रमण का शिकार बनाया है। इतना ही नहीं इस वेरिएंट का ज्यादा प्रसार ना हो,इसके लिए कई राज्यों ने पाबंदियां लगा दी हैं। जिसके चलते रेलवे स्टेशन, बस अड्डों पर इस वेरिएंट को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। दरअसल कोविड-19 का यह वेरिएंट सुपर स्प्रेडर बताया जा रहा है जो तेजी के साथ लोगों को संक्रमित कर रहा है। हालांकि इस वेरिएंट से बचने का उपाय मास्क और वैक्सीनेशन बताया जा रहा है।
फरीदाबाद के चीफ मेडिकल ऑफिसर से मिली जानकारी के मुताबिक जिस व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि हुई है ,वह दिल्ली में नौकरी करता है और करीब डेढ़ महीने पहले उसके नमूने जीनोम जांच के लिए भेजे गए थे, जिसकी रिपोर्ट शुक्रवार को प्राप्त हुई। साथ ही उन्होंने बताया कि युवक के परिवार के सभी सदस्य बिल्कुल स्वस्थ हैं उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है। वहीं युवक का कहना है कि वह अप्रैल के महीने में दिल्ली में एक शादी समारोह में गया था उसके बाद उसे बुखार आया और इस जांच में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई।
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज का कहना है कि उनके संपर्क में आए सभी लोगों की कोरोना जांच की जाएगी और जीनोम सिक्वेंसिंग करवाई जाएगी।बहरहाल सरकार ने पूरे इलाके में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने भी हरियाणा के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर जरूरी कदम उठाने की बात कही है।
सेंट्रल हेल्थ सेक्रेट्री राजेश भूषण ने नए वेरिएंट से प्रभावित 8 राज्यों को पत्र लिखकर भीड़ पर नियंत्रण करने की बात कही है। साथ ही लोगों के मिलने-जुलने और आवाजाही पर नियंत्रण के लिए विशेष कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। अलावा इसके यह भी कहा है कि जहां डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामले सामने आ रहे हैं ,उन्हें कंटेनमेंट जोन में तब्दील किया जाना चाहिए। सचिव ने लिए गए सभी नमूनों की तत्काल जीनोम जांच के दिशा निर्देश भी दिए।