आगरा। डॉ. भीमराव आंबेडकर विवि के खंदारी गेस्ट हाउस में कुलपति द्वारा प्रेस वार्ता रखी गई। किन्हीं कारणों की वजह से कुलपति प्रेस वार्ता में सम्मिलित नहीं हो पाए उनके स्थान पर केएमआई संस्थान के निदेशक प्रो. प्रदीप श्रीधर ने बताया कि आगामी 15 नवंबर को उनके नेतृत्व में पहली बार कोई प्रतिनिधि मंडल ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय जा रहा है जिसमें भारत के अलावा मॉरीशस, चीन, अमेरिका और लंदन के प्रतिभागी भी शामिल होंगे।
प्रोफेसर प्रदीप श्रीधर ने इस कार्यक्रम के रूप में विस्तृत से बताया यह अपने आप में पहला बड़ा साहित्य सम्मेलन है जिसमें विदेशों में भारतीय हिंदी प्रवासी साहित्य के जानकार और आगरा यूनिवर्सिटी से जा रहे साहित्यकार लंदन में होने वाले हिंदी प्रवासी साहित्य सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।उन्होंने बताया कि लंदन स्थित साहित्यिक संस्था कथा (यू.के) के संयुक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय संगोष्ठी होगी। जिसमें उद्घाटन सत्र हाउस ऑफ कॉमंस, लंदन में शुरू होगा। द्वितीय सत्र जो की वैचारिक सत्र के रूप में है, 16 नवंबर को ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय लंदन में और तृतीय सत्र जो कि समापन सत्र के रूप में है, 24 नवंबर को डॉ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के जुबली हॉल में किया जाएगा।
प्रदीप श्रीधर ने बताया कि प्रवासी हिंदी साहित्य ने हिंदी भाषा एवं साहित्य के आयाम को सार्थक विस्तार दिया है। यह साहित्य 21वीं सदी के बदलते परिवेश में पूरी सामर्थ्य के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है। इसी को लेकर प्रवासी हिंदी साहित्य “हम ना भूलेंगे” और “हम है भारतीय” की मूल भावना से ओतप्रोत लंदन में ही रह रहे भारत के साहित्यिक तेजेंद्र शर्मा, जकिया जुबेरी, उषा राजे सक्सेना, दिव्या माथुर ,डॉक्टर पद्मेश गुप्त, उषा वर्मा, शैल अग्रवाल आदि भी उपस्थित रहेंगे।
इसी क्रम में यूके के सर्वोच्च ब्रिटिश नागरिक सम्मान एमबीए से सम्मानित तेजेंद्र शर्मा की रचना संसार को सूक्ष्म दृष्टि से विकसित किया जाएगा। क्योंकि वह पिछले 20 वर्षों से अनवरत रूप से लंदन में रहकर साहित्य सर्जना में संलग्न है।
साहित्य सम्मेलन में भारत से डॉ शिखा श्रीधर, डॉ. सुनील कुमार कोटनाला, डॉ राजेंद्र पवार, डॉ निशीथ गौड, डॉ इंदु केवी, डॉ मधु ओझा, डॉ कविता रायजादा एवं डॉक्टर सुनीता सिंह मौजूद रहेंगे।