Agra. सीओडी की भर्ती के लिए अभ्यार्थियों से ऑफलाइन आवेदन मांगे गए हैं। आवेदन में किसी भी प्रैक्टिशनर डॉक्टर से फिटनेस सर्टिफिकेट मांगा गया है। फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाने के लिए जिला अस्पताल में अभ्यर्थियों की जमकर भीड़ उमड़ रही है। बढती बेरोजगारी के चलते भारी संख्या में युवा फॉर्म भर रहे है। अभ्यर्थियों की भीड़ के चलते मंगलवार को जिला अस्पताल का नजारा बिल्कुल बदल गया। देखते ही देखते फिटनेस टेस्ट के सर्टिफिकेट बनवाने के लिए भीड़ इतनी बढ़ गई की आखिर में पुलिस को बुलाना पड़ा। इस दौरान अभ्यार्थियों ने जमकर हुड़दंग मचाया। जिला अस्पताल में जमकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गयी। अभ्यर्थियों की भीड़ ज्यादा होने से जिला अस्पताल प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। अभ्यार्थी हावी होते जा रहे थे जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
भारी तादाद में जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं अभ्यार्थी –
सीओडी के भर्ती के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाने के लिए जिले भर से बड़ी संख्या में अभ्यर्थी जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। हालांकि सीओडी के फॉर्म में साफ-साफ लिखा है कि किसी भी प्रैक्टिशनर डॉक्टर से आप सर्टिफिकेट बनवा सकते हैं। लेकिन जानकारी न होने के अभाव में बड़ी तादाद में युवा जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं जिससे सामान्य स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा गई। लोगों को ओपीडी में घंटों लाइन लगाकर इंतजार करना पड़ता है जिससे सामान्य मरीजों को बेहद दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ओपीडी में अनावश्यक भीड़ बढ़ जाने से जिला अस्पताल की रोजाना की कार्यशैली पर भी प्रभाव पड़ रहा है।
बुलानी पड़ी पुलिस-
युवाओं की भीड़ इतनी ज्यादा थी की, भीड़ हुड़दंग मचाने पर उतारू हो गई। जोरदार हंगामे के बीच जिला अस्पताल कर्मचारियों ने थोड़ी देर के लिए काम को रोक दिया। भीड़ को बढ़ता देख जिला अस्पताल कर्मचारियों के हाथ पांव फूल गए और आखिर में स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने आकर भीड़ को काबू में किया और प्रमाण पत्र बंटवाए।
कोरोना बांट रहा है जिला अस्पताल-
सीओडी में भर्ती के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाने आए युवाओं ने जमकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई। आधे से ज्यादा लोग भीड़ में मास्क नहीं लगाए हुए थे। कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना है लेकिन जिला अस्पताल प्रशासन को इसकी कोई भी फिक्र नहीं है। अगर इस भीड़ में एक भी व्यक्ति पॉजिटिव होता है तो बड़ी संख्या में संक्रमण फिर से फेल सकता है लेकिन जिला प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।