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यूट्यूब के कमेन्ट बॉक्स से होता था नकली नोट के लेन देन का कारोबार, ऐसे चढ़ा जीआरपी के हत्थे

by pawan sharma

Agra. जीआरपी आगरा कैंट को बड़ी सफलता हाथ लगी है। जीआरपी आगरा कैंट ने सर्विलांस टीम की मदद से नकली करेंसी छापने और उसे बाजार में खपाने वाले गिरोह के एक और शातिर सदस्य को गिरफ्तार किया है। इस शातिर अपराधी पर 25 हजार का ईनाम घोषित था। जीआरपी आगरा कैंट को यह सफलता मथुरा जाकर मिली है। जीआरपी आगरा कैंट ने शातिर अपराधी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही को अंजाम दिया है।

गिरफ्तार अभियुक्त का नाम व पता बृजेश मौर्या पुत्र फूल सिंह मौर्या निवासी एस-11 चम्पा नगर गुर्जर की थड़ी चम्पा नगर थाना मानसरोवर जनपद जयपुर राजस्थान है। पिछले दिनों थाना जीआरपी मथुरा जंक्शन पर मु0अ0सं0- 354/22 धारा 489A/489B/489C/489D IPC के तहत 9 दिसंबर 2022 को वादी उ0नि0 सर्वेश कुमार निवासी आशा बिधुना थाना अछल्दा जिला औरैया (उ0प्र0) की लिखित तहरीर के आधार जाली नोटों को बनाना व बाजार में चलन में लाने के सम्बन्ध में कलीमुल्ला काजी पुत्र मोहम्मद शरीफ समेत कुल 9 नफर के विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया था। इस मामले में थाना जीआरपी आगरा कैन्ट द्वारा विवेचना आगे बढ़ाई गई तो अभियुक्त बृजेश मौर्या का नाम जांच में प्रकाश में आया।

बृजेश मौर्या को जीआरपी टीम कड़ी मेहनत व अथक प्रयास करते हुए सर्विलांस टीम की मदद से मथुरा जंक्शन से गिरफ्तार किया गया। इस मामले में अब तक बृजेश मौर्या सहित कुल 09 गिरफ्तारियां हो चुकी है।

जीआरपी कैंट के अनुसार अभियुक्त से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह नकली नोट छापने व सप्लाई करने का काम करता था। यूट्यूब के कमेन्ट बाक्स में नकली नोट के लेन देन हेतु अपना नंबर डाल देता था जिससे लोग मुझसे सम्पर्क कर नकली नोट ले जाते थे और बाजार में चलाते थे। हमारा गिरोह में कलीमुल्ला, सनाउल और रौनक आदि ने नकली नोट को छापने से लेकर सप्लाइ तक चैन बनायी थी। सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को नकली नोट सप्लाइ करने का काम मेरा था। मैं मुख्य रूप से सभी पक्षों के बीच संपर्क कड़ी के रूप में भी काम करता था।

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