Agra. धनगर समाज आज भी अपने धनगर जाति के प्रमाण पत्र के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है जबकि सरकार की ओर से बघेल-पाल समाज को धनगर जाति के प्रमाण पत्र जारी करने के निर्देश हो चुके हैं। इतना ही नहीं एक जनप्रतिनिधि तो इसी प्रमाण पत्र के आधार पर चुनाव लड़ चुके हैं और वर्तमान में मंत्री भी हैं लेकिन एक आम व्यक्ति का धनगर जाति का प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है। अपने इस दर्द को बघेल पाल और धनगर समाज के लोगों ने सूर सदन में आयोजित कार्यक्रम में बयां किया।
रविवार को सूरसदन प्रेक्षाग्रह में बघेल पाल धनगर समाज का सम्मेलन शेफर्डस इंडिया इंटरनेशनल संस्था की ओर से आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य समाज की विभिन्न समस्याओं पर एक दूसरे के विचार साझा करना और उनके समाधान के लिए मंथन करना था। सम्मेलन में समाज के लोगों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और अपने अपने विचार रखें। सम्मेलन में मुख्य रूप से धनगर समाज की जाति प्रमाण पत्र जारी न होने का मुद्दा गूंजता रहा।

सूरसदन प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम के दौरान समाज के बुद्धिजीवियों और प्रतिष्ठित लोगों ने सरकार पर निशाना साधा। उनका कहना था कि कुछ लोगों के सरकार ने पहले प्रमाण पत्र बनवा दिए और उन पर रोक लगा दी है। अगर समाज को धनगर जाति के प्रमाण पत्र ही जारी नहीं करने हैं तो एक समाज के लोग कैसे चुनाव लड़ सकते हैं।
इस कार्यक्रम के दौरान एकजुट हुए सभी लोगों ने संकल्प लिया कि भाजपा पार्टी और वर्तमान सरकार ने धनगर जाति के प्रमाण पत्र जारी किए जाने पर उनकी बात नहीं मानी तो धनगर समाज इस बार भाजपा का बहिष्कार करेगा। जो दल धनगर समाज को तवज्जो देगा अधिक से अधिक टिकट देगा, उसी पार्टी का धनगर समाज समर्थन करेगा।