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कोरोना महामारी में आयुष्मान टीम की रही अहम भूमिका, चुनौती से लड़ने को खुद को परिवार से रखा अलग

by admin
Ayushman team's important role in corona epidemic, kept himself from family to fight challenge

आगरा। कोविड-19 महामारी में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति की अहम भूमिका रही है। इसी प्रकार आयुष्मान भारत की टीम ने भी इस मुश्किल घड़ी में बड़ी भूमिका निभाई है। कोविड-19 महामारी के दौरान ये टीम डेली कोविड सैंपलिंग की रिपोर्ट लोगों को देती थी। इस दौरान आयुष्मान की टीम ने न सिर्फ अपना बचाव किया बल्कि दूसरों को भी लगातार जागरुक किया।

आयुष्मान भारत के आगरा में तैनात जिला सूचना प्रणाली प्रबंधक गौरव कुमार कुलश्रेष्ठ बताते हैं कि कोविड-19 के दौरान वे सुबह से अपनी टीम के साथ मिलकर दो हजार से अधिक लोगों की रिपोर्ट उन्हें समय से देते थे। उन्होंने बताया कि इस दौरान सेंटर पर काफी भीड़ हो जाती थी उनको समझाना, उन्हें रिपोर्ट देना और खुद को सुरक्षित रखना चुनौती भरा काम था। दिनभर काम करने के बाद उन्हें घर जाना होता था। ऐसे में परिवार की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वे अपने परिवार से अलग होकर अलग कमरे में रहते थे। उन्होंने बताया कि एंटी बॉडी टेस्ट में उनमें एंटीबॉडी पाये गये थे। खुद को घर पर आइसोलेट किया और सही होने के बाद फिर से अपने काम में जुट गए।

आगरा में तैनात आयुष्मान भारत के जिला कार्यक्रम समन्यवयक डॉ. आशीष कुमार सिंह बताते हैं कि उस वक्त रिपोर्ट लेने आने वाले लोग काफी परेशान होते थे। किसी के भाई की रिपोर्ट नहीं मिली, किसी का मोबाइल नंबर गलत हो गया। सभी की समस्या सुनकर उसे सॉल्व करना होता था। उन्होंने बताया कि कुछ लोग तो मानसिक रूप से भी परेशान होते थे। उन्हें ढांढस बंधाकर उन्हे सपोर्ट देना इत्यादि भी लगातार करना पड़ता था। डॉ. आशीष बताते हैं कि वे स्वंय भी काम करते-करते कोविड धनात्मक हो गये थे लेकिन उन्होंने हिम्मत बनाये रखी और सुरक्षा व बचाव का ख्याल रखा, इस कारण वायरस का संक्रमण केवल उन तक ही सीमित रहा और परिवार सुरक्षित रहा। उन्होंने बताया कि कोविड-19 से बचाव ही एकमात्र उपाय है।

Ayushman team's important role in corona epidemic, kept himself from family to fight challenge
Dushyant Dutta

आयुष्मान की टीम के शिकायत प्रबंधक दुष्यंत दत्ता बताते हैं कि कोविड-19 में ड्यूटी के दौरान उन पर दोहरी जिम्मेदारी थी कि वे काम के साथ खुद को सुरक्षित रखें ताकि काम प्रभावित न हो। उन्होंने बताया कि हमें न केवल तेजी से काम करना होता था बल्कि पूरी जिम्मेदारी का भी ध्यान रखना होता था। सभी को सही और समय पर रिपोर्ट मिले ये उनकी जिम्मेदारी थी। उन्होंने बताया कि वे घर भी जाते थे और उनकी वाइफ प्रेगनेंट थीं, इस कारण वे अपनी वाइफ से अलग ही रहते थे।

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