आगरा। छात्रों की परीक्षा संबंधी समस्याओं का समाधान न किये जाने पर गुरूवार को ज़ोरदार आन्दोलन के साथ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय में हंगामा किया था। विश्वविद्यालय में तालाबंदी से लेकर भारी बारिश में भी देर शाम तक संगठन पदाधिकारियों का जमावड़ा पालीवाल परिसर में रहा लेकिन विवि प्रशासन के द्वारा किसी भी प्रकार का लिखित आश्वासन नहीं मिला। इससे नाराज संगठन पदाधिकारियों ने दूसरे दिन शुक्रवार को भी पालीवाल परिसर पहुँच प्रदर्शन किया और विवि प्रशासन की सांकेतिक अर्थी निकाली।
एबीवीपी ने विश्वविद्यालय प्रशासन की सांकेतिक अर्थी बनाकर पहले पूरे परिसर में भ्रमण किया, विश्वविद्यालय को मृत्यु के रुप में नारेबाज़ी की और उसके बाद मुख्य गेट पर ही विश्वविद्यालय की अर्थी का दाह संस्कार कर दिया।
संगठन की केंद्रीय कार्य समिति सदस्य व विवि इकाई अध्यक्ष प्रियंका तिवारी ने कहा कि समझ नहीं आता कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों से किस प्रकार की दुश्मनी निकाल रहा है। विश्वविद्यालय छात्रों का भविष्य संवारने के लिये खोले जाते हैं ताकि छात्र शिक्षा ग्रहण कर अपना जीवन सही से व्यतीत करें और समाज में सेवा कार्य कर सके परन्तु विश्वविद्यालय इससे परे अपनी इस हठधर्मिता को दर्शाता है कि उसे छात्रों के हित से कोई मतलब नहीं है। इसका अर्थ स्पष्ट है कि विश्वविद्यालय पूर्ण रुप से मर चुका है और मरे लोगों का सनातन संस्कृति में दाह संस्कार की प्रक्रिया है जिसे आज परिषद कार्यकर्ताओं ने पूरा किया है।
महानगर सहमंत्री कर्मवीर ने कहा कि जब तक हज़ारों छात्रों की समस्याओं का समाधान नहीं होगा। जब तक परिषद का प्रत्येक कार्यकर्ता इस संकट में छात्रों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर साथ खड़ा है और समाधान ना होने तक हम पीछे नहीं हटेंगे, आन्दोलन जारी रहेगा।
आंदोलन में प्रियंका तिवारी, आस्था शर्मा, पुनीत कुमार, दीपक कश्यप, सुब्रत, हेमंत, सौरभ, हर्षिता, प्रीती, ध्रुव, संदीप, आर्यन, संदीप सहित महानगर के सभी कार्यकर्ता मौजूद रहे।