आगरा। बेमौसम आए भयंकर तूफान के साथ आंधी और बारिश ने यूपी के अलावा आसपास के राज्यों में भी तबाही मचा के रख दी है। इस तूफान ने सबसे ज्यादा जिस शहर को प्रभावित किया है वह है ताजनगरी। बीते माह अप्रैल और 2 मई को आए भयंकर तूफान को लेकर मौसम विभाग के अधिकारी भी अचंभे में है। आगरा जिले में ही इस तूफान से मरने वालों की संख्या 53 तक पहुंच चुकी है लेकिन यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है।
हर तरफ केवल यही चर्चा है कि लगभग 130-132 किलोमीटर की स्पीड से आए तूफान की तबाही अभी तक किसी ने भी अपनी आंखों से नहीं देखी थी। इस तूफान से जहां चारों और तबाही का मंजर दिखाई दे रहा है तो वहीं आम जनता की जुबान पर यही सवाल है कि आखिर अचानक और बेमौसम बार-बार भयंकर तूफान क्यों आ रहे हैं।
मौसम विभाग के एक अधिकारी की जानकारी के मुताबिक उत्तर भारत में चलने वाले पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती हवाओं के कारण यह तूफान के बवंडर उठा रहे हैं। क्योंकि चक्रवाती हवाओं का असर हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बना हुआ है। इसलिए आंधी बारिश के साथ आ रहे बार-बार यह तूफान इन्हीं राज्यों को ज्यादा प्रभावित कर रहे हैं।
अभी तक दो बार आए तूफान के कारणों का पता लगाने का प्रयास किया गया तो पता चला कि जम्मू-कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ का माहौल बना हुआ है जबकि उत्तरी राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में चक्रवाती हवाएं चल रही हैं। पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती हवा के बीच संपर्क हो जाने के कारण तूफान के बवंडर के साथ गरजने वाले बादलों का निर्माण हो रहा है। जिसका असर पूर्वी भारत की ओर तक दिखाई दिया।
मौसम विभाग की जानकारी के मुताबिक उत्तरी भारत से लेकर पूर्वी भारत तक अभी भी पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती हवा का दौर जारी है। यही कारण है कि अगले 48 घंटे को लेकर मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने बताया है कि पूर्वी भारत की ओर लगातार निम्न दबाव बनता जा रहा है जिस कारण तूफान का बवंडर पहले से और ज्यादा हो सकता है। एक अनुमान के मुताबिक अगले 48 घंटे में आने वाला तूफ़ान पिछले तूफान की अपेक्षा और अधिक तेज गति का होगा जिसकी चक्रवाती हवाओं की 140 किलोमीटर गति बताई जा रही है।