डॉक्टर बनने के लिए मुन्ना भाइयों ने एक नया तरीका अपनाया। बनियान में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लगाकर एमबीबीएस की परीक्षा में नकल कर रहे थे। नकल करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कई लोगों को पकड़ा गया है। पकड़े गए छात्रों के खिलाफ यूएफएम में कार्यवाई की गयी है लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने अभी तक उनके खिलाफ एफआईआर नहीं कराई है। इसे लेकर आगरा विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्यवाई संदेह के घेरे में है।
बता दें कि डॉक्टर भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के आईईटी कैंपस में एमबीबीएस कोर्स की परीक्षाएं चल रही हैं। शनिवार को फाइनल ईयर के सप्लीमेंट छात्रों की परीक्षा थी। परीक्षा के दौरान एक छात्र को कुछ बड़बड़ाते हुए पकड़ा गया। परीक्षक ने उसके पास जाकर उसकी तलाशी ली तो उसकी बनियान में डिवाइस लगी हुई थी। इसके बाद सभी छात्रों की तलाशी ली तो दो और छात्रों की बनियान में डिवाइस सिली हुई मिली। आईईटी के बाहर से खड़े होकर कोई उन्हें प्रश्नों के उत्तर बता रहा था। उत्तर किसके द्वारा बताए जा रहे थे विश्वविद्यालय प्रशासन इस पर कोई जवाब नहीं दे पाया है।
हैरानी की बात यह है कि नकल करते हुए जो छात्र पकड़े गए हैं उसमें से एक छात्र राहुल बाबू पहले भी इसी तरह नकल करते हुए पकड़ा जा चुका है। पकड़े गए सभी छात्र एफ एच कॉलेज के हैं। पिछले 3-4 सालों से इसी कॉलेज के छात्र मेडिकल परीक्षा में नकल करते हुए पकड़े जाते हैं। जानकारी के मुताबिक इन छात्रों को नकल कराने में विश्वविद्यालय प्रशासन के ही एक शिक्षक की भूमिका संदेह के घेरे में है।
परीक्षा नियंत्रक जय कृष्ण यादव ने बताया कि तीनों नकल परीक्षार्थियों की कॉपियों के साथ बरामद डिवाइस बनियान के साथ सील कर दी गई है। रिपोर्ट के आधार पर न्यू आगरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।