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आगरा देहात में संदिग्ध वायरल फीवर से मासूमों की मौत का बढ़ा आंकड़ा, आज दो की मौत, भय का माहौल

by admin
Suspected viral fever in Agra countryside increased the death toll of innocent, two deaths today, atmosphere of fear

आगरा जनपद के देहात क्षेत्र में वायरल एवं डेंगू मलेरिया बुखार का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। संदिग्ध बुखार के चलते कस्बा पिनाहट में पूर्व प्रधान के पुत्र की संदिग्ध बुखार के चलते मौत हो गई , जिससे परिजनों में कोहराम मच गया है।

जानकारी के अनुसार आगरा जनपद के देहात क्षेत्र के पिनाहट बाह, जैतपुर ब्लॉक में बरसात के मौसम में बारिश के चलते लगातार दर्जनों गांव में वायरल बुखार, डेंगू, मलेरिया का प्रकोप लगातार बढ़ता चला जा रहा है, जिसके चलते अब बच्चों की मौत होने लगी है। पिनाहट कस्बे के मोहल्ला खरकिया निवासी पूर्व प्रधान चचिहा रवि पांडे के 14 वर्षीय पुत्र छोटू को अचानक 2 दिन से बुखार आ रहा था। जिस पर परिजन किशोर का निजी डाक्टरों से इलाज करा रहे थे। दवा खाने के बावजूद भी बुखार में कोई कमी नहीं आई और लगातार बुखार किशोर को बना हुआ था। परिजन फतेहाबाद के निजी डॉक्टर से किशोर को शनिवार शाम दवा दिलवाने के बाद घर लाए थे। तेज बुखार नहीं कम होने पर परिजन किशोर को रविवार सुबह आगरा के निजी अस्पताल इलाज के लिए लेकर जा रहे थे , तभी रास्ते में किशोर छोटू की संदिग्ध बुखार से मौत हो गई। जिसके कारण परिजनों में कोहराम मच गया। तो वहीं पिछले दिनों पिनाहट ब्लॉक क्षेत्र के गांव भावनाथ की ठार में डेंगू बुखार के चलते एक 13 वर्षीय किशोर की मौत हो गई थी। तो वहीं कस्बा पिनाहट के चांदनी चौक में संदिग्ध बुखार के चलते एक 6 माह की बच्ची की मौत हो गई थी। हुसैन पुरा गांव में भी वायरल बुखार से दर्जनों बच्चे बूढ़े बुजुर्ग बीमार थे। मामला संज्ञान में आने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कैंप लगाकर जांच की और दर्जनों बीमार निकले, जहां दवा वितरण की गई। लेकिन वायरल बुखार एवं संदिग्ध बुखार का प्रकोप लगातार बढ़ता चला जा रहा है। जिसे लेकर ब्लॉक बाह क्षेत्र के नीमडांडा, फरेरा सहित अन्य गांव में वायरल का प्रकोप फैला हुआ है। जैतपुर ब्लाक क्षेत्र के गांव गुमान सिंह का पुरा में कई बच्चे संदिग्ध बुखार से बीमार पड़े हुए हैं। परिजन डॉक्टरों से इलाज करा रहे हैं। लोगों में लगातार डेंगू बुखार का भय बढ़ रहा है। गांव-गांव घर-घर चारपाईयां बिछी हुई दिख रही है।

नीमडांडा में वर्तमान प्रधान के 1 वर्षीय भतीजे की बुखार से हुई मौत

बाह ब्लॉक क्षेत्र के अंतर्गत गांव नीमडांडा के वर्तमान प्रधान जगबीर सिंह के परिवार के भाई भूपेंद्र के 1 वर्षीय बच्चे मयंक को 3 दिन से संदिग्ध बुखार आ रहा था। परिजन क्षेत्र के फरेरा के पास झोलाछाप डॉक्टर से बच्चे का इलाज करा रहे थे। झोलाछाप से दवा लेने के बाद रविवार आज सुबह तेज बुखार के चलते बच्चे की मौत हो गई। जिससे परिजनों में कोहराम मच गया है। वहीं गांव में वायरल का प्रकोप फैला हुआ है।

स्वास्थ विभाग की टीम लगा रही स्वास्थ्य शिविर कैंप

पिनाहट ,बाह,जैतपुर ब्लॉक क्षेत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की स्वास्थ विभाग की टीम लगातार बढ़ते वायरल प्रकोप को लेकर गांव गांव पहुंचकर स्वास्थ्य शिविर कैंप लगा रही है, जिसमें ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर ब्लड की जांच की जा रही है। बीमार पाए जाने पर दवा वितरण की जा रही है। लोगों को साफ सफाई से रहने के साथ आसपास के वातावरण को साफ सुथरा रखने की सलाह दी जा रही है।

झोलाछाप डॉक्टर काट रहे चांदी

बाह, पिनाहट, जैतपुर ब्लॉक क्षेत्र में वायरल बुखार सहित डेंगू मलेरिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। परिजन अपने मरीजों का इलाज कराने के लिए सरकारी अस्पतालों के साथ झोलाछाप डॉक्टरों के यहां इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं। इलाज के नाम पर मरीजों के परिजनों को झोलाछाप गुमराह कर उनसे उल्टे सीधे रुपए वसूल रहे हैं। झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज से पूर्व में कई मरीजों की मौत हो चुकी है। मगर इन झोलाछापों के ऊपर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण इनके हौसले बुलंद है और कुकुरमुत्ता की तरह जगह जगह इन्होंने अपने हॉस्पिटल खोल रखे हैं। जहां ग्रामीण क्षेत्रों के बीमार लोगों के परिजनों से जमकर रुपए वसूल कर चांदी काटी जा रही है। लोगों का मानना है कि दर्जनों की संख्या में खोले गए इन झोलाछापों के अस्पतालों पर स्वास्थ्य विभाग कब कार्यवाही करेगा।

चिकित्सक का कहना

बरसात के मौसम में वायरल बुखार के सहित संदिग्ध बुखार की भी दस्तक है साथ ही मलेरिया और डेंगू के भी मरीज मिल रहे हैं जिनमें बच्चे और बड़े सभी शामिल हैं। गांव-गांव स्वास्थ विभाग की टीम कैंप लगाकर ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवा वितरण कर रही है। मच्छरों के प्रकोप से बचने के लिए साफ सफाई रखें। बच्चों को पूरी बाजू के कपड़े पहनाए एवं मच्छरदानी का उपयोग करें। अस्पताल परिसर में एंटी लार्वा दवा उपलब्ध है। ग्राम प्रधान अपनी ग्राम पंचायतों में अस्पतालों से एंटी लार्वा दवा ले जाकर नाली गलियों जलभराव की जगह एवं तालाबों किनारे छिड़काव कराएं ताकि बीमारी फैलने में रोकथाम लगाई जाए।

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