आगरा। डॉ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय परीक्षा समिति की बैठक में प्रवेश और परीक्षा को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। परीक्षा समिति ने आगामी सत्र के लिए परीक्षा कार्यक्रम में घोषित कर दिया है। आंबेडकर विश्वविद्यालय के सत्र 2018-19 के मुख्य परीक्षाएं 4 मार्च से कराई जाएंगी जबकि प्रैक्टिकल 15 जनवरी से 15 फरवरी तक कराए जाएंगे। परीक्षा समिति ने शनिवार को इस पर मुहर लगा दी है और जल्द ही परीक्षा कार्यक्रम जारी करने की बात कही है। इसके अलावा कई और अहम मुद्दे पर फैसले लिए गए हैं।
मुख्य परीक्षा के फॉर्म सितंबर के पहले सप्ताह से अक्टूबर तक भरे जाएंगे। उसके बाद विलंब शुल्क लिया जाएगा। पुनर्परीक्षा अगस्त के अंतिम सप्ताह या सितंबर के पहले सप्ताह में कराई जाएगी। इसके अलावा B.Ed की परीक्षा पर भी बड़ा फैसला लेते हुए परीक्षा समिति ने बताया कि B.ed प्रथम और द्वितीय वर्ष का पहला पेपर ओएमआर शीट पर कराया जाएगा। समिति का मानना है कि इससे मूल्यांकन जल्दी होगा और रिजल्ट भी जल्दी घोषित किया जा सकेगा।
वहीं 190 कॉलेजों में सामूहिक नकल के मामले को निपटाने के लिए परीक्षा समिति ने विशेषज्ञों की टीम से कॉपियों की जांच कराने का फैसला लिया है और यह जांच पूरी हो जाने के बाद पुनर्परीक्षा की सुविधा दी जाएगी, साथ ही 107 कॉलेजों में मानकों के मुताबिक व्यवस्थाएं नहीं पाई गई। इसके लिए उप समिति बनाई जाएगी। कॉलेजों में सीसीटीवी कुप्रबंधन, बैठने की व्यवस्थाएं आदि को लेकर समीक्षा होगी। परीक्षा समिति ने भविष्य में इन कॉलेजों को केंद्र ना बनाने पर भी विचार किया है।
परीक्षा समिति की बैठक में कुलपति डॉ अरविंद दीक्षित, रजिस्ट्रार के एन सिंह, परीक्षा नियंत्रक ओमप्रकाश, औटा अध्यक्ष डॉक्टर मुकेश भारद्वाज, महामंत्री डॉ निशांत चौहान, प्रोफेसर दीपमाला श्रीवास्तव, डॉ सुजाता सिंह, डॉक्टर जगदीश, डॉक्टर बृजेश रावत शामिल रहे।