आगरा। पिछड़े राज्यों में बालश्रम और बाल यौन शोषण की समस्या सबसे अधिक है। यह कहना है उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा का। हाल ही में हैदराबाद रॉयल रेवे होटल में दो दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया था। इस वर्कशॉप के दौरान बालश्रम और बाल यौन शोषण के आंकड़े निकल कर आये जिसमें पिछड़े राज्यों की स्थिति निराशाजनक है।
उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष ने बताया कि इस वर्कशॉप में राजस्थान, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, असम और तेलंगना क्षेत्र में बालश्रम रोकने के लिए कार्यकर रही NGO के अध्यक्षों ने भाग लिया। दो दिवसीय इस वर्कशॉप में बालश्रम को रोकने, बालश्रम से जुड़े बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना, मजदूरी कर रही महिलाओं और युवतियों के यौन शोषण को रोकना और बाल विवाह जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई। इस वर्कशॉप में एससीएल संस्था की ओर से इनसे संबंधित आंकड़े भी पेश किए गए और पूरे देश को चाइल्ड लेबर फ्री जोन बनाने पर सभी ने मुहर लगाई। दो दिवसीय वर्कशॉप के बाद एससीएल संस्था ने तेलंगना के मेंडक जिले में बालिका ग्रुप से मुलाकात की जो महिलाओं को स्वालंबी बनाने का काम कर रहे है।
उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा का कहना था प्रदेश में जल्द ही चाइल्ड लेबर फ्री जोन बनाने के लिए जल्द ही अभियान की शुरुआत की जाएगी जिससे प्रदेश बालश्रम मुक्क्त बन सके।