आगरा। आगरा मानो संग्राम की सरजमी बन चुका हो। कभी फतेहपुरसीकरी के सांसद चौधरी बाबूलाल और एससी आयोग के चेयरमैन रामशंकर कठेरिया के बीच वाकयुद्ध तो कभी चौधरी बाबूलाल के जिलाधिकारी पर गंभीर आरोप तो कभी आगरा के महापौर नवीन जैन और विधायक जगन प्रसाद गर्ग के बीच वाकयुद्ध।
विधायक जगन प्रसाद गर्ग और नवीन जैन के बीच मूर्तियों को लेकर वाकयुद्ध का मामला शांत भी नही हो पाया था कि पार्षद के बिगड़े बोल ने एक बार फिर सियासत में गरमाई ला दी। पार्षद के बिगड़े बोल के चलते एक बार फिर भाजपा में अंतर्कलह और गुटबाजी सामने निकल कर आई है।
शुक्रवार को शाहगंज केदार नगर के पार्षद उमेश पेरवानी ने एससी आयोग के चेयरमैन प्रोफेसर रामशंकर कठेरिया के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। पार्षद ने कठेरिया पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि खंदारी पर रहने वाले एक बड़े कद के नेता ने उन पर जानलेवा हमला कराया और उल्टा गंभीर धाराओं में थाना शाहगंज में मुकदमा दर्ज करा दिया।
आपको बताते चलें कि आगरा में पिछले कई दिनों से बीजेपी के नेताओं के बीच गुटबाजी और वाकयुद्ध चल रहा है। हर नेता अपने अपने बड़े नेता का पिट्ठू बना हुआ है। यही वजह है कि भाजपा आगरा महानगर और जिला के पदाधिकारी आपस में लड़ रहे हैं। शाहगंज थाने में गंभीर धाराओं में नामजद बीजेपी के पार्षद उमेश पेरवानी ने आरोप लगाते हुए कहा कि खंदारी पर रहने वाले एक बड़े कद के नेता ने उनके ऊपर घटना की साजिश रची। पार्षद उमेश पेरवानी ने एससी आयोग के अध्यक्ष व सांसद डॉ. रामशंकर कठेरिया के ऊपर उंगली उठाई है। इतना ही नहीं उमेश पेरवानी ने रामशंकर कठेरिया के लिए कहा कि कद तो बड़ा है मगर माइंड नही है।
अब देखने वाली बात होगी कि पार्षद के इस बयान के बाद अक्सर सुर्ख़ियों में रहने वाले भाजपा सांसद क्या जल्द पलटवार कर सकते हैं या फिर गुटबाजी से बचने के लिए कोई कदम नहीं उठाएंगे।