आगरा। कुछ दिन पहले लखनऊ में मल्टीनेशनल कंपनी एप्पल के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी को लखनऊ पुलिस के दो सिपाहियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस की इस कार्यप्रणाली पर सभी ने सवालिया निशान खड़े करते हुए पुलिस को कटघरे में खड़ा कर दिया है। सोमवार को कांग्रेस वरिष्ठ नेता राम टंडन की ओर से स्व. विवेक तिवारी की आत्मशांति के लिए शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। इस सभा में वरिष्ठ कांग्रेसियों के साथ साथ सामाजिक संस्थाओं के लोगों ने भी भाग लिया।
शहीद स्मारक पर सभी ने मृतक विवेक तिवारी की आत्मशांति के लिए 2 मिनट का मौन धारण कर प्रभु से प्रार्थना की। सभी लोगों ने मोमबत्तियां जलाकर विवेक तोमर को श्रद्धांजलि भी दी। इस दौरान कांग्रेसियों ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए योगी सरकार को आड़े हाथ लिया।
वरिष्ठ कांग्रेसी राम टंडन का कहना था कि योगी सरकार ने पुलिस को अपराधियों के नाम पर लाइसेंस टू किल का अधिकार दे दिया है। इसलिए तो योगी की पुलिस एनकाउंटर के नाम पर निर्दोष व्यक्तियों को अपना निशाना बना रही है। विवेक तिवारी के साथ हुई घटना भी उसी का हिस्सा है। वरिष्ठ कांग्रेसी भारत भूषण गप्पी और ओम शर्मा ने योगी सरकार से पीड़ित परिवार को 1 करोड़ रुपए आर्थिक मदद के साथ साथ मृतक की पत्नी को नौकरी दिए जाने, रहने के लिए आवास और बच्चों के शैक्षणिक खर्चे उठाए जाने की मांग की है।
कांग्रेस पार्षद नेता शिरोमणि सिंह ने योगी सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि पिछले दिनों मथुरा में भी मुठभेड़ के नाम पर पुलिस ने एक बच्चे को गोली मार दी थी तो लखनऊ में विवेक तिवारी के साथ भी यही हुआ है। पुलिस इसे सेल्फ डिफेंस का केस बनाकर विवेक तिवारी की फाइल को बंद करना चाहती है जिसे कांग्रेस बर्दाश्त नहीं करेगी।
कांग्रेसियों ने साफ कहा कि अगर विवेक तिवारी मामले में निष्पक्ष कार्यवाही नहीं हुई और दोषियों को सजा नहीं हुई तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करने को मजबूर होगी।