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गांजा तस्करी के लिए युवतियों का किया जा रहा है इस्तेमाल, नेटवर्क तोड़ने में जुटी पुलिस की नई चुनौती

by admin
Young women are being used for smuggling cannabis, new challenge of police in breaking network

Agra. गांजा तस्करों पर लगातार कस रहे शिकंजे को लेकर तस्करों ने अपनी कार्यप्रणाली को बदल दिया है। तस्कर अब शातिर अपराधियों को छोड़ युवतियों को इस कार्य मे संलिप्त कर गांजे की तस्करी करा रहे हैं। गांजे तस्करी के सामने आ रहे कई मामलो में जीआरपी ने युवतियां को गांजे की तस्करी करते हुए पकड़ा है। ताजा मामला मामले में जीआरपी व आरपीएफ ने गांजा तस्करी के आरोप में तीन लोगों को आगरा कैंट स्टेशन से गिरफ्तार किया जिसमें एक युवती भी शामिल थी।

रविवार को आगरा कैंट स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ को देखते हुए जीआरपी और आरपीएफ की टीम चेकिंग करने के जुटी हुई थी। इसी दौरान प्लेटफॉर्म 2/3 पर गस्त करते हुए दो युवक व एक युवती को बैठे हुए देखा। पूछताछ करने पर वो सकपका गए और समान लेकर चल दिये। इस दौरान सभी के बैग चेक किये गए तो चेकिंग टीम के भी होश उड़ गए। तीनो के बैग से 10-10 किलो गांजा बरामद हुआ। चेकिंग टीम ने तुरंत तीनों को हिरासत में लिया और कानूनी कार्यवाही को अंजाम दिया।

जीआरपी इंस्पेक्टर विजय चक ने बताया कि गांजे के साथ पकड़े गए युवक समीर पुत्र आबिद और रवि पुत्र सुरेंद्र शर्मा अमन बिहार उत्तर पश्चमी दिल्ली के निवासी है। वहीं युवती निधि पुत्री सतपाल सुल्तानपुरी नई दिल्ली की निवासी है। जीआरपी इंस्पेक्टर ने बताया कि तीनों सिकंदराबाद से गांजा लेकर आये थे और सड़क मार्ग द्वारा इन्हें गांजे को दिल्ली ले जाना था। तीनों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही कर जेल भेजा जा रहा है।

जीआरपी इंस्पेक्टर विजय चक ने बताया कि समीर व रवि काफी समय से गांजा तस्करी में संलिप्त है और वो खुद गांजा खरीदकर दिल्ली में बेचा करते हैं लेकिन एक दीपक नाम के लड़के का नाम सामने आ रहा है जिसने गांजे की तस्करी के लिए युवती को विशाखापट्टनम भेजा था। युवती हवाई जहाज से विशाखापट्टनम गयी थी और वहाँ से ट्रेन के माध्यम से गांजा लेकर आई थी।

जीआरपी इंस्पेक्टर का कहना है कि गांजा तस्करी के सामने आ रहे मामलों में युवतियां पकड़ी जा रही है जो 20 से 21 साल के लगभग है। पिछले जो मामले पकड़ में आये है उनमें भी एक लड़की अवश्य शामिल थी। ऐसा लगता है कि तस्कर लड़कियों को मोहरा बनाकर तस्करी के खेल में शामिल कर रहे है। पकड़ी गई निधि ने बताया कि दीपक नाम के व्यक्ति ने उसे यह काम करने के लिए कहा था। जीआरपी इंस्पेक्टर का कहना है कि गांजा तस्करों के नेटवर्क को तोड़ने पहले उनकी प्राथमिकता था लेकिन अब इसके साथ-साथ युवतियों को भी इस धंधे में जाने से रोकना होगा और इसके लिए जन जागरूकता अभियान चलाने होंगे।

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