Agra. लगातार युवतियों से विभिन्न मुकदमों में फंसाने की मिल रही धमकियों से परेशान होकर एक युवक ने अपने फेसबुक अकॉउंट पर खुदकुशी से संबंधित पोस्ट कर दी। बताया जाता है कि इस पोस्ट के बाद उसने विषाक्त पदार्थ खा लिया। इस पोस्ट की जैसे ही सामाजिक कार्यकर्ता नरेश पारस को जानकारी हुई तो नरेश पारस ने तुरंत इसकी शिकायत एसएसपी आगरा को की और उनके नंबर पर इस पोस्ट को भी भेज दिया। इस मामले में 112 की टीम और साइबर सेल ने तुरंत कार्रवाई की और केस रजिस्टर कर लिया तो वहीं युवक की फेसबुक अकाउंट के माध्यम से युवक का पता भी लगा लिया। गंभीर हालत में उसे एसएन में भर्ती कराया गया लेकिन बेहतर इलाज के लिए फिर उसे निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। युवक ने फेसबुक पोस्ट में कुछ लड़कियों और महिलाओं को खुदकुशी के लिए जिम्मेदार बताया है।
मंगलवार सुबह लोविश लकी अग्रवाल नाम के युवक की फेसबुक पोस्ट वायरल हुई थी। वायरल पोस्ट समाज सेवी नरेश भारत के पास पहुंची थी जैसे ही युवक की यह पोस्ट नरेश पारस के पास पहुंची तो नरेश पारस हरकत में आए और तुरंत इस पूरे मामले की जानकारी एसएसपी आगरा को दी। एसएसपी आगरा ने तुरंत इस पर एक्शन लिया। साइबर सेल ने फेसबुक के माध्यम से उसका पता लगाया गया।
वायरल हुई फेसबुक पोस्ट में लोविश ने लिखा है कि पड़ोस में रहने वाली दो लड़कियों काफी समय से परेशान कर रही है, उसका मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। वह बहुत दुखी हो चुका है। मुझे और मेरी मां को ये लड़कियां बहुत परेशान कर रही हैं। माँ को गालियां देती है। मेरे खिलाफ झूठे केस करती हैं। लगभग एक वर्ष से पीछे पड़ी हैं। कभी छेड़छाड़ का आरोप लगाती हैं तो कभी दुष्कर्म का। मैंने पुलिस से शिकायत की, लेकिन वे नहीं मानीं।
युवक ने आगे लिखा है कि अब सीतापुर से एक फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया है। जबकि आज तक मैं सीतापुर नहीं गया। मैं मानसिक रूप से बहुत परेशान हो चुका हूं। इसलिए खुदकुशी कर रहा हूं। मेरी मौत की जिम्मेदारी ये दोनों लड़कियां और उनकी दो सहेलियां है। युवक की फेसबुक से जुड़े लोगों ने यह पोस्ट देखी तो पुलिस की सूचना दी गई।
समाजसेवी नरेश पारस ने इस पोस्ट को देखते ही एसएसपी के सीयूजी नंबर पर काल करके इसकी जानकारी दी। इसके बाद ट्वीट भी कर दी। युवक आगरा का रहने वाला है, लेकिन किस इलाके का है, यह अभी जानकारी नहीं है। एसएसपी मुनिराज ने मामले की जांच साइबर सेल को दी है। फेसबुक प्रोफाइल के आधार पर पुलिस उसका पता जानने का प्रयास कर रही थी। जब तक साइबर सेल ने युवक को खोजा, तब तक वह आत्मघाती कदम उठा चुका था।