Agra. शनिवार को दो दिवसीय महिला सीनियर नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप-2020 (राष्ट्रीय महिला कुश्ती प्रतियोगिता) की शुरुआत हो गई है। गांव लड़ामदा में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की इस प्रतियोगिता का शुभारंभ उत्तराखंड की राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने किया। इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में 300 से अधिक महिला पहलवान हिस्सा लें रही है। यह प्रतियोगिता इसलिए भी काफी खास है, क्योंकि इसे महिला पहलवानों का ओलंपिक में खेलने के लिए यह पहला पड़ाव माना जा रहा है। इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता पर राष्ट्रीय स्तर की हो चुकी होगी और यहीं से ओलंपिक के लिए कुशल महिला रेसलर निकलेगी जो ओलंपिक के लिए अपनी दावेदारी करेंगी।
दो दिवसीय महिला सीनियर नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप का शुभारंभ उत्तराखंड की राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने किया। राज्यपाल बेबीरानी मौर्य सुबह ही प्रतियोगिता स्थल पहुँच गयी। आयोजकों के साथ महामहिम बेबीरानी मौर्य ने इस प्रतियोगिता का शुभारंभ किया और फिर महिला रेसलरो के दांवपेच देखे। महिला रेसलरो के दांवपेंच देख महामहिम बेबी रानी मौर्य काफी उत्साहित नजर आए। मंच से अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि यही असली भारत है जहां की बेटियां कमजोर नहीं है बल्कि मुहतोड़ जबाब देने के लिए तत्पर्य है।
इस आयोजन को लेकर राज्यपाल महामहिम बेबी रानी मौर्य इस आयोजन की सराहना की उनका कहना था कि आगरा में राष्ट्रीय स्तर पर इस तरह का बड़ा आयोजन होना अपने आप में इतिहास के पन्नों में दर्ज होने वाला काम है। महिला खिलाड़ियों को और उनकी प्रतिभाओं को निखारने के लिए इस तरह के आयोजन होते रहने चाहिए आगरा में हो रहे राष्ट्रीय स्तर की इस प्रतियोगिता से ही हमारी महिला खिलाड़ी ओलंपिक के लिए भी अपनी दावेदारी पेश करेंगे इस आयोजन से जहां महिला खिलाड़ियों की प्रतिभाओं को न्याय मंच मिलेगा तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को भी गति मिलेगी।