प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने ब्रिटिश समकक्ष बोरिस जॉनसन के साथ 4 मई को वर्चुअल समिट करने वाले हैं। यह वर्चुअल समिट द्विपक्षीय बेस मजबूत करने के लिए और 10 साल के लिए रोड मैप की घोषणा करने के लिए है। इस समिट की घोषणा करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि रणनीतिक रिश्तों को मजबूत करने और आपसी हितों के लिए विश्व स्तर पर मौजूद मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने की यह विशेष कड़ी है।
विदेश मंत्रालय ने कहा, व्यापक रोडमैप-2030 पांच प्रमुख क्षेत्रों में भारत-ब्रिटेन सहयोग को और बढ़ाने का मार्ग मजबूत करेगा। अगर इन पांच क्षेत्रों की बात की जाए तो ये पांच क्षेत्र – लोगों से लोगों के बीच रिश्ता, व्यापार एवं समृद्धि, रक्षा, जलवायु कार्रवाई और स्वास्थ्य देखभाल हैं। मिली जानकारी के मुताबिक विदेश मंत्री एस जयशंकर G-7 विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए 3 से 6 मई 2021 तक लंदन का दौरा करेंगे। दरअसल भारत को एक अतिथि राष्ट्र के रूप में आमंत्रित किया गया है। जी-7 में शामिल होने के बाद वे ब्रिटेन की द्विपक्षीय यात्रा भी करेंगे।
गौरतलब है कि विगत महीने ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का भारत दौरा रद्द हो गया था और इस बात की जानकारी भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा दी गई थी। दरअसल कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने भारत दौरा रद्द किया था। उस समय बताया गया था कि दोनों पक्ष आगामी दिनों में बदले हुए रिश्तों को लेकर अपनी योजना जारी करेंगे। इसके साथ ही कहा गया था कि इस योजना को जारी करने के लिए उनके बीच वर्चुअल समिट होगा। जानकारी के मुताबिक विपक्षी लेबर पार्टी भारत में बढ़ते कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन पर इस बात को लेकर दबाव बना रही थी कि द्विपक्षीय संबंधों को लेकर बोरिस जॉनसन भारत से ऑनलाइन चर्चा क्यों नहीं कर सकते। बहरहाल यह समिट 4 मई को होने जा रहा है।