आगरा। मंगलवार की सुबह टिड्डियों के दल ने आगरा शहर में जमकर उत्पात मचाया। कई इलाकों में ऐसी स्थिति बन गई थी कि छत पर खड़े होकर आसमान की तरफ जहां नजर डालो चारों और बस टिड्डे ही टिड्डे दिखाई दे रहे थे। लाखों-करोड़ों की संख्या में मौजूद टिड्डों ने स्कूल, पार्क के साथ घरों की छत पर धावा बोला और पेड़-पौधों को चट कर गए। बड़े-बड़े पेड़ों पर इन टिड्डों ने ऐसा दावा बोला कि पेड़ की टहनियां टूट कर नीचे गिरने लगी और सभी पत्ते खा गए। इन टिड्डों को भगाने के लिए किसी ने आतिशबाजी की तो किसी ने थाली बर्तन पीटते हुए तेज शोर मचाया। किसी ने तेज गाने बजाकर टिड्डियों को भगाने का प्रयास किया।
अलर्ट किए जाने के बाद पिछले कई दिनों से टिड्डियों का दल ताजनगरी के आसपास मंडरा रहा था। कभी ऐसा लगा कि टिड्डियों का दल गुजर गया और हम बच गए। बीते सोमवार की शाम को ताजगंज, जीवनी मंडी और रामबाग क्षेत्र से टिड्डी दल गुजरा था, यह दल हाथरस रोड की तरफ निकल गया था। बाकी क्षेत्र में लोग अलर्ट रहे, वहां टिड्डी दल नहीं पहुंचा लेकिन आज मंगलवार सुबह लगभग 5:00 बजे के बाद से आसमान का नजारा बदल गया था। शहर के कई क्षेत्रों में पूरे आसमान में लाखों-करोड़ों की संख्या में टिड्डी उड़ते हुए नजर आए। टिड्डी दल को भगाने के लिए लोगों ने अपने अपने संसाधनों से शोर मचाना शुरू कर दिया, कई लोगों ने आतिशबाजी भी की।
वहीं दूसरी तरफ यह जानकारी भी आई कि इन टिड्डियों के दलों ने कई स्कूल और पार्कों में लगे पेड़ पौधों को अपना निशाना बनाया। जब सुबह कर्मचारी इन जगहों पर पहुंचे तो हजारों की संख्या में टिड्डी पेड़ों से चुपके हुए थे, फिर इन्हें भगाने का प्रयास किया गया। कई जगहों पर नाले नालियों में, सड़कों पर, जमीन पर हजारों टिड्डे मरे हुए भी दिखाई दिए। शहर में टिड्डी दल के धावे के बाद जिला प्रशासन अलर्ट हो गया और किसानों की खेती को बचाने के लिए वन विभाग की टीम को भी अलर्ट कर दिया गया ताकि समय रहते टिड्डियों के दल को भगाकर खेती को बचाया जा सके।