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‘भारत की वनस्पतियां औषधीय गुणों से परिपूर्ण’ – लिंड्से ब्राउन

by admin

आगरा कॉलेज, आगरा के 200वें वर्ष के अवसर पर पं. गंगाधर शास्त्री व्याख्यानमाला की श्रृंखला में आज विज्ञान दिवस के अवसर पर एक व्याख्यानमाला का आयोजन रसायन विज्ञान विभाग द्वारा ऑडिटोरियम हॉल में आयोजित किया गया। जिसमें गिफिन विश्वविद्यालय ऑस्ट्रेलिया के प्रो लिंड्से ब्राउन एवं इरासमस विवि, नीदरलैंड से आए प्रो हरीश एस शर्मा ने वनस्पतियों के औषधीय गुणों एवं कोविड-19 के संदर्भ में अपने-अपने व्याख्यान दिए।

समारोह का शुभारंभ प्राचार्य प्रो अनुराग शुक्ला एवं अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रो अनुराग शुक्ला ने की। भूमिका रसायन विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. मनोज कुमार रावत ने रखी। अतिथियों का आभार प्रो. अमित अग्रवाल ने किया तथा संचालन प्रो. वंदना द्विवेदी ने किया। प्रो. क्षमा चतुर्वेदी ने विज्ञान दिवस के विषय में विस्तार से बताया।

व्याख्यानमाला में गिफिन यूनिवर्सिटी , ऑस्ट्रेलिया के प्रो लिंडसे ब्राउन ने “फक्शनल फूड फ्रॉम द ट्रॉपिकल फॉर मेटाबोलिक सिंड्रोम इन इंडिया” पर अपनी शोध पर वयाख्यान दिया । उन्होंने बताया कि भारत जैसे देश में कई ऐसे फल हैं, जिनमे औषधीय गुण हैं, जिनके सेवन से कई बीमारियों का उपचार किया जा सकता है एवं शरीर में कैलोरी की पूर्ति की जा सकती है। साथ ही उन्होंने बताया कि भारत के समुद्री किनारे पर शैवाल की परत पाई जाती है, जिसमे सर्वाधिक प्रोटीन पाया गया है। उसको प्रोसेस करके आम जनमानस के खानपान में शामिल करके कुपोषण को दूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भारत में उगने वाली वनस्पतियां औषधीय गुणों से परिपूर्ण हैं, उनके इस गुण को पहचान कर उसका सही उपयोग करने की आवश्यकता है।

इरासमस विवि, नीदरलैंड से आए वैज्ञानिक प्रो. हरी एस शर्मा ने अपना शोध “पोस्ट कोविड रेस्पिरेटरी कॉम्प्लिकेशन इन पेशेंट्स विद सीओपीडी” विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कॉविड के प्रभाव तथा उनसे होने वाली मौतों को लेकर चर्चा की एवं भविष्य में बचने के तरीके सुझाए। उन्होंने कहा कि अस्थमा और सीओपीडी गंभीर बीमारियां हैं। कोरॉना के दौरान ऐसे मरीजों को दोहरी मार पड़ी पड़ी, जिससे मौतों की संख्या बढ़ गई। पोस्ट कोविड प्रभाव के कारण लोगों ने अपनी जीवनशैली बदली है। लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी आई है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए ऐसे लोगों को कम से कम 5 से 6 हजार कदम प्रतिदिन अनिवार्य रूप से टहलना चाहिए।

समारोह के दौरान डॉ एसएमएल गुप्ता मेमोरियल अवॉर्ड में चंचल तोमर एवं नैंसी जैन को ₹5000 नगद तथा अशोक सरकार मेमोरियल अवॉर्ड में मनोरमा सिंह एवं सुरभि को ₹11000 नगद एवं प्रशस्ति पत्र व मेडल प्रदान किए गए।

इस अवसर पर प्रो एससी अग्रवाल, प्रो एससी गोयल, प्रो आभा शर्मा, प्रो दीपा रावत, प्रो अमिता सरकार, डा आनंद पांडे, डा उमेश शुक्ला, डा प्रभात, डा संध्या अग्रवाल, डा अनुराधा नेगी, डा आशीष तेजस्वी, डा आनंद प्रताप सिंह, डा सोनल सिंह, डा सत्यदेव शर्मा, डा दिव्या अग्रवाल, डा यशस्विता चौहान आदि उपस्थित रहे।

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