आगरा। कासगंज में तिरंगा यात्रा निकालने के दौरान अपनी जान गवाने वाले चंदन गुप्ता को शहीद का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की ओर से आगरा में शहीद स्मारक से लेकर जिला मुख्यालय तक तिरंगा यात्रा निकालने का ऐलान किया गया था। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के ऐलान को लेकर पुलिस प्रशासन भी सतर्क नजर आया।
जगह-जगह सुरक्षा बल की तैनाती की गई लेकिन विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की तिरंगा यात्रा शहीद स्मारक से शुरू होने से पहले ही खत्म हो गई। क्योंकि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की ओर से मांग पत्र का जो ज्ञापन दिया जाना था उसे लेने के लिए खुद जिलाधिकारी गौरव दयाल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक शहीद स्मारक जा पहुंचे। शहीद स्मारक पर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने चंदन गुप्ता को शहीद का दर्जा दिलाने सहित कई मांगों का प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम जिलाधिकारी गौरव दयाल को सौंपा। इसके बाद राष्ट्रगान गाकर चन्दन गुप्ता को श्रद्धांजलि दी गयी।
जिलाधिकारी गौरव दयाल के इस मांग पत्र को मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को दिए जाने की घोषणा के बाद विश्व हिंदू परिषद के संगठन मंत्री मनोज सिंह ने तिरंगा यात्रा के निरस्त होने की घोषणा कर दी जिसके बाद सभी कार्यकर्ता शहीद स्मारक से रवाना हो गए।
जिलाधिकारी गौरव दयाल का कहना था कि तिरंगा यात्रा निकालने का मुख्य उद्देश मांग पत्र सौंपा जाना था जिसे शहीद स्मारक पर ले लिया गया है। वहीं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का कहना था कि धारा 144 लागू है। इसीलिए तिरंगा यात्रा नहीं निकाली जा सकती थी। इस बारे में विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों से वार्ता की गई और इस यात्रा को यहीं पर समाप्त किया गया है।