Mathura. रक्षा बंधन (Raksha Bandhan) एक ऐसा त्यौहार है जहां हर भाई अपनी बहन से मिले या उनसे राखी बंधवाए बिना दूर नहीं रह सकता लेकिन कोरोना महामारी की वजह से कुछ सालों से ये मुमकिन नहीं हो पा रहा हैं। हर कोई अपने भाई को राखी बांधने के लिए मेल या कोरियर का सहारा ले रहा हैं। ऐसा ही इस समय हमारे देश के प्रधानमंत्री की बहनों का हाल है जो अपने भाई को वृंदावन (Vrindavan) से राखियां भेज रही हैं। बता दें कि वृंदावन के आश्रमों (ashrams of Vrindavan) में रहने वाली विधवा महिलायें हर साल रक्षाबंधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को दिल्ली जाकर राखी बांधती हैं लेकिन इस बार कोरोना के चलते ऐसा नहीं हो सका है और बहनों ने राखी मेल के माध्यम से भेजी है।
रक्षाबंधन के पावन पर्व पर वृंदावन के आश्रमों में रहने वाली विधवा महिलाओं ने रक्षाबंधन के पर्व पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राखियां भेजी हैं। दो वर्ष पहले कुछ महिलाएं रक्षाबंधन पर राखी बांधने के लिए दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री आवास पर गई थीं लेकिन इस बार कोरोना के कारण ये महिलाएं प्रधानमंत्री को अपने हाथों से राखी बांधने नहीं जा सकेंगी। इसलिए शनिवार को उनके द्वारा तैयार की गईं 251 विशेष राखियों को प्रधानमंत्री कार्यालय भेजा गया है। इन राखियों पर पीएम मोदी की तस्वीर है। विधवा महिलाओं ने इन राखियों के साथ विशिष्ट वृंदावन-थीम वाले मास्क भी तैयार कर भेजे हैं।
सुलभ फाउण्डेशन की एक उपाध्यक्ष विनीता वर्मा ने बताया है कि, उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के लिए अपने हाथों से रंगीन चित्र वाली 251 विशेष राखियां दिल्ली कार्यालय में भेजी है। जो उनके आवास पर सुबह तक पहुंच जाएगी, साथ ही फाउण्डेशन से जुड़ी कुछ महिलाओं ने बताया कि राखियों के साथ वह प्रधानमंत्री मोदी को भेंट में अपने हाथों से ‘वृन्दावन थीम’ पर बनाए मास्क भी भेज रही हैं, जो उन्हें कोविड के दुष्प्रभाव से हमेशा बचाए रखेंगे।
इन विधवा माताओं ने दो टोकरी में अपने हाथों से बनाईं राखियों को सजाकर पीएम मोदी के लिए दिल्ली भेजा हैं। सुलभ फाउंडेशन के प्रतिनिधि ने बताया है कि शनिवार को ये राखियां प्रधानमंत्री कार्यालय में पहुंच जाएगी।