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प्रधानाध्यापिका नहीं चाहती कि स्कूल में पढ़ाई हो, दबंगों से शिक्षकों को पिटवाया, गर्भवती को भी नहीं बख़्शा

by admin
The headmistress does not want to study in the school, got the teachers beaten up by the bullies, did not even spare the pregnant

Agra. कोई अध्यापिका बच्चों को पढ़ा कर अपने सामाजिक व ड्यूटी के दायित्व को निर्वहन करना चाहता है तो वहीं कुछ दबंग अध्यापिका ऐसा करने से रोक रहे हैं। क्योंकि सहायक शिक्षक ऐसा करते हैं तो उन्हें भी प्राथमिक विद्यालय में शिक्षण कार्य हेतु आना पड़ता है लेकिन दबंग अध्यापिका को यह पसंद नहीं है। उन्होंने कई बार सहायक अध्यापिकाओं को अपनी दबंगई से समझाने का प्रयास किया लेकिन सहायक अध्यापिका ने शिक्षण कार्य जारी रखा तो दबंग प्रधान अध्यापिका ने उनकी पिटाई करा दी। मामले ने तूल पकड़ा और थाने पहुंच गया। पीड़ित ने प्रधान अध्यापिका सुमन यादव के खिलाफ तहरीर देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

मामला डौकी थाना क्षेत्र के गोला निबरी का है। इस गांव में प्राथमिक विद्यालय है। विद्यालय में एक प्रधाना अध्यापिका है और लगभग 3 सहायक अध्यापिका है। पीड़ित सहायक अध्यापिका अम्रपाली परिहार ने बताया कि प्रधान अध्यापिका सुमन यादव दूसरे गांव के कुछ युवाओं को भड़का कर साथ ले आई। वो सभी हमारे साथ अभद्रता करने लगे। विरोध किया तो उन लोगों ने मारपीट की और इस पूरी घटना का वीडियो बनाया गया जिससे उन्हें बदनाम किया जा सके। गांव के ही कुछ लोगों ने जब यह दृश्य देखा तो बीच-बचाव कराया और अभद्रता व मारपीट करने वाले दबंग लोगों को स्कूल से खदेड़ दिया।

सीडीओ के निरीक्षण में खुली थी पोल

पीड़ित सहायक अध्यापक आम्रपाली परिहार और ऋषि यादव ने बताया कि कुछ दिनों पहले मुख्य विकास अधिकारी ने इस स्कूल का निरीक्षण किया था। स्कूल में कई खामियां मिली थी तो प्रधान अध्यापिका गायब मिली थी। स्कूल की वर्तमान स्थिति को देखकर मुख्य विकास अधिकारी ने उनसे सवाल-जवाब किए थे तो उन्हें सारी हकीकत बयां कर दी थी जिससे प्रधानाध्यापिका सुमन यादव उनसे रंजिश मान गई। वह लगातार उन्हें चोट पहुंचाने, बदनाम करने और इस स्कूल से हटाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाने लगी है।

6 माह की गर्भवती को भी नहीं बख्शा

सहायक अध्यापिका आम्रपाली परिहार ने बताया कि वह 6 माह की गर्भवती है फिर भी शिक्षण कार्य को अपनी जिम्मेदारी मानकर बखूबी निभा रही हैं जिससे गांव के बच्चे बेहतर शिक्षा ग्रहण कर सकें लेकिन प्रधानाध्यापिका सुमन यादव ऐसा नहीं चाहती। उन्हें मालूम था कि मैं 6 माह की गर्भवती हूं इसके बावजूद उन्होंने अपने मिलने वाले दबंगों से मारपीट करवाई जबकि मैं चिल्लाकर बताती रही कि मैं गर्भवती हूं।

मिड डे मील बनाने वाली ने बताई हक़ीक़त

स्कूल में मिड-डे मील बनाने वाली महिला ने स्कूल की प्रधानाध्यापिका सुमन यादव की पोल खोल दी। उसने बताया कि सुमन यादव सहायक अध्यापिकाओं के साथ मारपीट करती हैं और उन्हें यहां से भगाना चाहती हैं। उस दिन भी मारपीट की, बमुश्किल उनकी जान बचाई। वह इस स्कूल में शिक्षण कार्य भी ठीक से नहीं कराती क्योंकि खुद ही वह सिर्फ 1 घंटे के लिए आती हैं जिससे बच्चे पढ़ नहीं पाते। नई सहायक अध्यापिकाओं के आने से स्कूल में शिक्षण कार्य शुरू हुआ है। बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल रही है लेकिन सुमन यादव ऐसा नहीं चाहती हैं।

बच्चों ने बताई हकीकत

स्कूल में गांव के बच्चे पढ़ते हैं। इन बच्चों से वार्ता की गई तो उनका भी कहना था कि उनके पास जो अध्यापिका खड़ी हैं, वही पढ़ाती हैं। दूसरी वाली अध्यापिका यानी सुमन यादव तो पढ़ाई कराती ही नहीं है।

इस मामले में डौकी थाना क्षेत्र के प्रभारी का कहना है कि सहायक अध्यापिकाओं की ओर से तहरीर मिली है। इस तहरीर पर कार्यवाही की जाएगी और जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।

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