आगरा। जिला अस्पताल में दान के खून में चल रहे खेल और फर्जी कागजातों के माध्यम से उस खून को अवैध रूप से बेचने के गंदे कारोबार के खेल को पिछले दिनों जिला अस्पताल की जिस नर्स ने पर्दाफाश किया था आज उसी नर्स का मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। अपने ऊपर हो रहे अत्याचार को लेकर पीड़ित नर्स ने जिला अस्पताल में रोते हुए अपने दर्द को बयाँ किया।
जिला अस्पताल प्रशासन का खेल तो देखिए जिस नर्स ने शिकायत की उसी नर्स का ट्रांसफर कर दिया और जो दोषी चिकित्सक हैं वो खुले आम पीड़ित को धमकाते हुए जिला अस्पताल के चक्कर काट रहे हैं।
मामला जिला अस्पताल के ब्लड डोनेशन विभाग से जुड़ा हुआ है। ब्लड डोनेशन स्टाफ की एक नर्स ने ही चिकित्सक नरेन्द्र मोहन शर्मा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और उनके द्वारा दान के खून को अवैध रूप से बेचने की लिखित शिकायत की थी। इस शिकायत के बाद जिला अस्पताल में हड़कंप मच गया और आरोपी चिकित्सक का ट्रांसफर कर दिया लेकिन अभी तक इस मामले की जांच रिपोर्ट शासन को नही भेजी गई है। इस बीच इस खेल का पर्दाफाश करने वाली नर्स का भी ट्रांसफर कर दिया गया है।
पीड़ित नर्स का आरोप है कि जब से इस खेल से उन्होंने पर्दा उठाया है। उनका मानसिक शोषण किया जा रहा है। कोई भी अंजान आदमी जान से मारने की धमकी दे जाता है और जिला अस्पताल प्रशासन भी पुरी तरह से शिकायत वापस लेने का दबाब बनाये हुए है। पीड़ित नर्स ने बताया कि उन पर खून को बेचने से संबंधित नकली कागजात भी तैयार करने के दवाब बनाया जाता रहा है।
पीड़ित नर्स ने बताया कि आरोपी चिकित्सक लगातार उनके साथ छेड़खानी, संबंध बनाने और खून के खेल में शामिल होने का लगतार दवाब बना रहा था। पानी सर से ऊपर निकल जाने पर उन्होंने चिकित्सक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
इस पूरे मामले को लेकर डॉक्टर सुबोध का कहना था कि इस पूरे मामले की जांच चल रही है। पीड़ित नर्स ने सेक्सुअल हेरेशमेंट की शिकायत की है। चिकित्सक और नर्स दोनो को हटा दिया गया है। मामले की जांच चल रही है जिसकी रिपोर्ट सीधे शासन को भेजी जाएगी।