Agra. प्राइवेट कॉलेज संचालक की गलत नीयत और गलत कार्यप्रणाली ने छात्राओं के दो साल बर्बाद कर दिए। अपने साथ हुए धोखाधड़ी की शिकायत को लेकर पीड़ित छात्राएं बुधवार को एसएसपी कार्यालय पहुँची जहाँ छात्राओं ने एसएसपी कार्यालय के बाहर धरना दिया और कॉलेज संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किये जाने की मांग की।
मामला सदर थाना क्षेत्र के जगजीत नगर स्थित राजा मुंशी सिंह कॉलेज का है। पीड़ित छात्राओं ने वर्ष 2019 कक्षा 11 में विज्ञान वर्ग में एडमिशन लिया था। पूरे साल कक्षाएं लगीं। 11वीं की परीक्षा पास कर छात्राएं 12 वीं कक्षा में आ गए। कोराना के चलते वर्ष 2020 में कक्षाएं संचालित नहीं हुई। कोरोना की दूसरी लहर के चलते इस बार बोर्ड की परीक्षा नहीं हुई। सभी छात्राएं अपना 11वीं और 12वीं का रिजल्ट लेने के लिए विद्यालय पहुंची लेकिन उन्हें टाल दिया गया। बाद में छात्राओं को कॉलेज की ओर से 12वीं का रोल नंबर दिया गया। छात्राओं ने उस रोल नंबर से अपना रिजल्ट देखा तो पता चला कि रोल नंबर फर्जी है। यह जानकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।
मंगलवार को छात्राओं के साथ उनके अभिभावकों ने भी स्कूल में हंगामा किया तो पता चला कि उनका 11वीं में पंजीकरण ही नहीं हुआ है। उनके साथ पिछले दो वर्ष से धोखाधड़ी की जा रही थी। स्कूल की फीस ली जा रही थी लेकिन उनका बोर्ड परीक्षा के लिए पंजीकरण नहीं कराया गया।
बुधवार को सभी छात्राएं और अभिभावक इस समस्या को लेकर डीएम से मिले। डीएम ने कॉलेज संचालक के खिलाफ जांच के ओदश दिए हैं। इसके बाद छात्राओं ने कॉलेज संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग को लेकर धरना दिया।
छात्राओं का कहना था कि कॉलेज प्रबंधक द्वारा दो साल की पूरी फीस ली गई। इतना ही नहीं बोर्ड परीक्षा से पहले उनके प्रैक्टिकल व प्रीबोर्ड भी कराए गए। उनको बताया गया था कि उनके बोर्ड के फॉर्म भी भर दिए गए हैं। मगर, जब बोर्ड परीक्षा न होने के बाद जब रिजल्ट आया तो छात्राओं ने अपना रिजल्ट मांगा था। इसके बाद से टालमटोल की जा रही थी। छात्राओं ने बताया कि 12वीं कक्षा ही नहीं उनका 11वीं कक्षा में भी रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया है। ऐसे में अब उनके दो साल खराब हो गए हैं। उन्हें अब दोबारा 11वीं और 12वीं करनी पडे़गी।